कीव पर रूस का ड्रोन और मिसाइल हमला: 70 दिनों में पहली बार रणनीतिक हमले

कीव पर रूस का ड्रोन और मिसाइल हमला: 70 दिनों में पहली बार रणनीतिक हमले
14 नवंबर 2024 Anand Prabhu

रूस और यूक्रेन के संघर्ष में उत्पन्न नई चुनौती

13 नवंबर 2024 को, रूस ने नए रणनीतिक तरीके से कीव पर हमला किया, जिसमें ड्रोन और मिसाइलें शामिल थीं। यह हमला राजधानी पर पिछले 70 दिनों में अपनी तरह का पहला हमला था, जिसने शहर के निवासियों को फिर से बंकरों में छुपने के लिए मजबूर कर दिया। एएफपी पत्रकारों के अनुसार, उन्होंने शहर में विस्फोटों की ध्वनि सुनी और दर्जनों लोगों को भूमिगत मेट्रो स्टेशन में शरण लेते हुए देखा।

यूक्रेन की वायु सेना की कुशलता का परिचय देते हुए, उन्होंने चार मिसाइलों को नष्ट कर दिया और आठ क्षेत्रों में लॉन्च किए गए 37 ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया। ब्रोवेरी के उपनगर में एक व्यक्ति ड्रोन के गिराए गए मलबे से घायल हो गया। इस घटना के दृश्य को क्षेत्रीय इमरजेंसी सेवा ने साझा किया, जिसमें फायरफाइटर आग बुझाते हुए दिखाई दिए।

अंतर्राष्ट्रीय समर्थन और संभावनाएं

इस हमले के समय, अमेरिका के विदेश विभाग ने उत्तर कोरियाई सैनिकों की यूक्रेन की सीमा के निकट रूसी बलों के साथ लड़ाई में शामिल होने की पुष्टि की है। यह जानकारी संघर्ष में एक नई परत जोड़ देती है, जो रूस की विदेशी सैन्य सहायता पर बढ़ती निर्भरता को उजागर करती है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक बार फिर से यूक्रेन की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने की आवश्कता पर जोर दिया और कहा, "यह आवश्यक है कि हमारे बलों के पास रूसी आतंक से देश की रक्षा के उपाय हों।"

इस घटना ने एक बार फिर पश्चिमी सहयोगियों से अधिक वायु रक्षा प्रणालियों की मांग को प्राथमिकता दी है, खासकर ऐसे समय में जब रूसी हमले और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के लक्ष्यों पर अत्यधिक हमले हो सकते हैं।

रणनीतिक बढ़त और चुनौतियाँ

रणनीतिक बढ़त और चुनौतियाँ

यह बड़े पैमाने पर बमबारी उस समय हुई है जब पूर्वी मोर्चे पर रूसी बल आगे बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की हालिया राष्ट्रपति चुनाव में जीत ने यूक्रेन को लेकर अमेरिकी नीति में संभावित बदलाव का खतरनाक संकेत दिया है। अमेरिका ने अब तक यूक्रेन का मजबूत समर्थन किया है, और किसी भी नीति परिवर्तन का इस संघर्ष के भविष्य के परिदृश्य पर गहरा प्रभाव हो सकता है।

सर्दियों के चेहरे और आगे की राह

यूक्रेन लंबे समय से सर्दियों के आगमन के साथ बढ़े हुए मिसाइल हमलों की तैयारी कर रहा है और बुधवार का हमला इस व्यापक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें यूक्रेनी रक्षा और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को कमजोर करने की योजना बनाई गई है।

यहां तक कि उत्तर कोरियाई सैनिकों का शामिल होना और संयुक्त ड्रोन और मिसाइल हमले करना भी संघर्ष में खतरनाक वृद्धि का संकेत देता है। इस संवेदनशील समय में रूस की इस रणनीतिक दृष्टिकोण को समझना ज़रूरी हो जाता है, जो उसे संघर्ष में और तेज पैमाने पर भागीदारी करने के विकल्प प्राप्त करने में मदद दे सकती है।

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14 टिप्पणि

Sunil Kumar
Sunil Kumar नवंबर 14, 2024 AT 05:43

ओह, क्या बात है, कीव में फिर बंकरों का नया मौसमी ट्रेंड आ गया, ड्रोन और मिसाइल के साथ। यूक्रेन की एंटी‑एयर डिफ़ेंस ने फिर से दिखा दिया कि उन्हें कितनी तेज़ी से सीखना पड़ता है। लेकिन रूसी पायलटों की “सर्ज़री” के बारे में सुनना थोड़ा… मज़ाकिया लगता है।

Ashish Singh
Ashish Singh नवंबर 27, 2024 AT 02:48

राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोपरि है, इस प्रकार के आक्रमण न केवल अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि मानवता के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध भी हैं। सभी साथी देशों से यह अपेक्षा की जानी चाहिए कि वे इस अनैतिक कृति के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करें।

ravi teja
ravi teja दिसंबर 9, 2024 AT 23:54

भाईयो, देखो फिर से कीव में बमबारी, यार सुबह की सिपाही भी डर गए। लोगों को अब बंकर में रुकना पड़ रहा है, जैसे हर साल की गर्मी में एसी चलती हो।

Harsh Kumar
Harsh Kumar दिसंबर 22, 2024 AT 21:00

सही कहा तुम्हारे जैसे देखना, लेकिन याद रखो कि हर हमले के पीछे जटिल रणनीति होती है 🤔। आशा है यूक्रेन की एयर डिफ़ेंस जल्द ही पूरी तरह फिर से कार्यरत हो जाएगी 👍।

suchi gaur
suchi gaur जनवरी 4, 2025 AT 18:05

अधिकारियों को सख्त कदम उठाने चाहिए।

Rajan India
Rajan India जनवरी 17, 2025 AT 15:11

यार, इस युद्ध में हमारे सपोर्ट सिस्टम की कमी बहुत ज़्यादा दिख रही है! हमें तुरंत अंतरराष्ट्रीय सहायता की दरकार है.

Parul Saxena
Parul Saxena जनवरी 30, 2025 AT 12:17

कीव पर हुए इस नवीनतम ड्रोन और मिसाइल हमले ने फिर से यह स्पष्ट कर दिया कि संघर्ष की वर्तमान स्थिति में कोई भी पक्ष स्थिर नहीं रह सकता है। रूस ने इस तरह के बड़े पैमाने के रणनीतिक हमले को चुना है क्योंकि वह अपनी सैन्य प्रकटता को दिखाना चाहता है, जबकि यूक्रेन अपनी रक्षा क्षमताओं को लगातार सुधार रहा है। एक ओर, यूक्रेन की वायु सेना ने चार मिसाइलों को नष्ट कर दिया और कई ड्रोन को गिरा दिया, जो कि तकनीकी रूप से एक बड़ी जीत है। दूसरी ओर, इस हमले ने नागरिकों को फिर से बंकरों में शरण लेने के लिए मजबूर किया, जो मानवता की पीड़ा को दोहराता है। इस घटना का अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव भी अनदेखा नहीं किया जा सकता; कई पश्चिमी सहयोगी देशों ने नई एंटी‑एयर सिस्टम की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है। अमेरिका की विदेश विभाग ने उत्तर कोरिया की संभावित भागीदारी को उजागर किया, जिससे इस संघर्ष में जटिल भू‑राजनीतिक परतें जुड़ गईं। ज़ेलेंस्की ने फिर से कहा कि हमारी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करना आवश्यक है, लेकिन यह केवल शब्द नहीं, वास्तविक उपकरणों और प्रशिक्षण की मांग करता है। सर्दियों की आहट के साथ, युद्ध का स्वरूप बदल रहा है, क्योंकि ठंडा मौसम हेलीकॉप्टर और ड्रोन की परिचालन क्षमता को प्रभावित करता है। फिर भी, रूसी बलों ने अपने आक्रमण को तेज़ करने के लिए नई रणनीतियों को अपनाया है, जो भविष्य में अधिक विनाशकारी हो सकता है। यह सभी दर्शाता है कि युद्ध केवल दो पक्षों का संघर्ष नहीं, बल्कि एक जटिल जाल है जिसमें कई तृतीय पक्षों की भूमिका भी शामिल है। इस संदर्भ में, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को संयुक्त प्रयास करने की जरूरत है, ताकि हम इस मानवतावादी संकट को सीमित कर सकें। नीति निर्माताओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि किस प्रकार की सैन्य सहायता दी जाए, जिससे निरंतर बढ़ते तनाव को कम किया जा सके। साथ ही, नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए आपातकालीन सेवाओं को सुदृढ़ किया जाना चाहिए। इस पूरे परिदृश्य में मीडिया की भूमिका भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि सही जानकारी से ही लोग सही निर्णय ले सकते हैं। अंत में, यह स्पष्ट है कि यदि तनाव को कम नहीं किया गया, तो आगे भी इस तरह के रणनीतिक हमले जारी रहेंगे, जिससे हजारों जीवन अंततः खतरे में पड़ सकते हैं। हमें इस जोखिम को समझते हुए कूटनीतिक उपायों को प्राथमिकता देनी चाहिए।

Ananth Mohan
Ananth Mohan फ़रवरी 12, 2025 AT 09:22

आपकी व्यापक विश्लेषण में कई प्रमुख बिंदु उजागर हुए हैं, विशेषकर अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता और मानवतावादी चिंताएँ, जो वास्तव में इस संघर्ष की जटिलता को दर्शाते हैं।

Abhishek Agrawal
Abhishek Agrawal फ़रवरी 25, 2025 AT 06:28

यह तो बस एक झूठी कथा है, जो किसी के राजनीतिक एजेंडा को बढ़ावा देने के लिए गढ़ी गई है!!!, शायद वही लोग चाहते हैं कि हम लगातार भय में जीएँ, लेकिन वास्तविकता में, हम देख रहे हैं कि यूक्रेन की रक्षा प्रणाली कितनी प्रभावी है, और यह सब हमारे ध्यान को बिखेरने की कोशिश है, क्या यह नहीं स्पष्ट है???

Rajnish Swaroop Azad
Rajnish Swaroop Azad मार्च 10, 2025 AT 03:33

स्मरणीय।

bhavna bhedi
bhavna bhedi मार्च 23, 2025 AT 00:39

सभी साथी राष्ट्रों से विनती है कि इस संकट में सहयोग बढ़ाएँ। यह समय है जब हम एकजुट हों और मानवीय सहायता प्रदान करें 😊

jyoti igobymyfirstname
jyoti igobymyfirstname अप्रैल 4, 2025 AT 21:45

ओह माय गड! इस जंग में काबिलेपरवास कोन नही बचावसगा मैं तो बोर ही जआरह हूँ

Vishal Kumar Vaswani
Vishal Kumar Vaswani अप्रैल 17, 2025 AT 18:50

क्या आप जानते हैं कि इस हमले के पीछे छिपे हुए अंतरिक्षीय प्रोजेक्ट्स और गुप्त एआई प्रणाली हो सकते हैं? 🤖 ये सब सिर्फ आधिकारिक कहानी नहीं, बल्कि एक बड़ी साजिश है जो हमें अनदेखी रखती है 😱

Zoya Malik
Zoya Malik अप्रैल 30, 2025 AT 15:56

इतने सारे कलीसिया से बात करके भी कुछ नहीं बदला, यही तो हमारी असफलता है।

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