फिटनेस संदेह: क्या आपकी फिटनेस रूटीन वाकई काम कर रही है?
जब आप फिटनेस संदेह, एक ऐसी मानसिक अवस्था जहाँ आपको लगता है कि आप ठीक से एक्सरसाइज कर रहे हैं और डाइट फॉलो कर रहे हैं, लेकिन रिजल्ट नहीं आ रहे. इसे कई लोग फिटनेस फ्रस्ट्रेशन भी कहते हैं, जो आमतौर पर गलत जानकारी, बेकार की रूटीन, या अत्यधिक उम्मीदों से पैदा होती है. ये संदेह तब शुरू होता है जब आप हफ्तों तक जिम जाते हैं, लेकिन पेट की चर्बी नहीं घटती, या आप दिनभर सलाद खाते हैं, फिर भी थकान बनी रहती है।
इसका कारण अक्सर वजन कम करना, केवल कैलोरी कम करने का नहीं, बल्कि शरीर के मेटाबॉलिज्म को समझने का होता है होता है। कई लोग सोचते हैं कि जितना ज्यादा दौड़ेंगे, उतना ही वजन कम होगा। लेकिन अगर आपका डाइट प्लान बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड फूड्स पर आधारित है, तो 100 मिनट की दौड़ भी बेकार हो सकती है। यही वजह है कि एक्सरसाइज, सिर्फ शरीर को चलाने का तरीका नहीं, बल्कि इसके साथ डाइट, नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट का हिस्सा होना चाहिए। अगर आप रात को 4 घंटे सोते हैं और दिनभर की एक्सरसाइज के बाद एक बड़ा बर्गर खा लेते हैं, तो आपकी फिटनेस रूटीन बस एक रिमोट कंट्रोल है — जिसे आप दबा रहे हैं, लेकिन कोई रिजल्ट नहीं आ रहा।
और फिर है डाइट प्लान, एक ऐसा नियम जो अक्सर लोगों को भ्रमित कर देता है — क्या आपको कार्ब्स छोड़ देने चाहिए? क्या प्रोटीन ज्यादा खाना चाहिए? क्या फास्टिंग आपके लिए सही है?। ये सभी सवाल ठीक हैं, लेकिन जब आप किसी वायरल ट्रेंड को फॉलो करते हैं बिना अपने शरीर की जरूरतों को समझे, तो आपका शरीर सिर्फ रिएक्ट करता है — न कि प्रोग्रेस करता। ज्यादातर लोग यह नहीं जानते कि उनका बॉडी टाइप क्या है, उनका मेटाबॉलिक रेट कितना है, या उनकी नींद कैसे उनकी फिटनेस को प्रभावित कर रही है।
यहाँ आपको ऐसे ही सवालों के जवाब मिलेंगे — जो आपको अपनी फिटनेस जर्नी में एक नया नज़रिया देंगे। आपको यहाँ कुछ ऐसे लोगों की कहानियाँ मिलेंगी जिन्होंने अपनी फिटनेस रूटीन बदलकर अचानक रिजल्ट पाए, जबकि कुछ ने तो बस एक छोटी सी गलती को सुधारा और वजन घट गया। आप देखेंगे कि एक्सरसाइज का असली मतलब क्या है, क्यों डाइट प्लान नहीं बल्कि डाइट हैबिट्स ज़रूरी हैं, और कैसे एक गलत ट्रेनिंग आपके शरीर को नुकसान पहुँचा सकती है। ये सब कुछ आपको उसी जगह से शुरू करने देगा जहाँ आप अभी हैं — बस अब बेहतर तरीके से।
कुलदीप यादव ने नीतीश कुमार रेड्डी की फिटनेस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि वे पूरी तरह फिट हैं और उनकी फील्डिंग कमाल की है। गुवाहाटी टेस्ट में छह ओवर के बावजूद, टीम की रणनीति पर जोर दिया गया।