नेपियर: क्या है ये नाम और ये किस तरह से जुड़ा है भारत की खबरों से
जब आपने पिछले महीने खबरों में नेपियर, एक तूफान का नाम जो भारत के केंद्रीय क्षेत्रों पर प्रभाव डाला सुना, तो शायद सोचा कि ये कोई व्यक्ति है या कोई शहर। लेकिन ये कोई इंसान नहीं, बल्कि एक चक्रवात का नाम है — जिसे भारतीय मौसम विभाग ने इस नाम से रखा। चक्रवात मोंथा, एक तूफान जिसने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में ट्रेनें रोक दीं और किसानों की फसलों को खतरे में डाल दिया और मध्य प्रदेश, उस क्षेत्र जहाँ बॉपाल, इंदौर और उज्जैन में तापमान 6°C तक गिर गया के लोगों के लिए ये नाम बहुत ज्यादा याद रह गया।
ये तूफान कोई अचानक नहीं आया। IMD ने पहले से ही चेतावनी दी थी कि एक तूफान बंगाल की खाड़ी से उत्तर की ओर बढ़ रहा है। इसका नाम नेपियर रखा गया, क्योंकि इस नाम का इस्तेमाल तूफानों को ट्रैक करने के लिए अंतरराष्ट्रीय तरीके से किया जाता है। जब ये तूफान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तक पहुँचा, तो उसने न सिर्फ बारिश लाई, बल्कि हवाएँ 60 किमी/घंटे तक चलीं। वाल्टेयर लाइन पर ट्रेनें रुक गईं, बिजली के खंभे गिरे, और फसलें डूब गईं। किसानों के लिए ये सिर्फ एक बारिश नहीं, बल्कि एक आपदा थी।
नेपियर के बाद भी ये तूफान लोगों के दिमाग में बसा रहा। लोगों ने सोचा कि क्या ये नाम अच्छा है? क्या इसका कोई ऐतिहासिक या सांस्कृतिक मतलब है? असल में, ये नाम ब्रिटिश काल के एक नौसेना अधिकारी के नाम पर रखा गया था, लेकिन आज ये सिर्फ एक बादलों का नाम है — जो एक तरह से हमारी जिंदगी को बदल देता है। अगर आपने अभी तक नेपियर के बारे में सोचा ही नहीं, तो ये लिस्ट आपको बताएगी कि ये तूफान कैसे राजनीति, खेल और आर्थिक खबरों के साथ भी जुड़ा हुआ है।
यहाँ आपको नेपियर के दौरान छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में क्या हुआ, उसकी पूरी कहानी मिलेगी — जिसमें ट्रेनों का रुकना, किसानों की फसलों का नुकसान, और ऑरेंज-पीला अलर्ट शामिल है। आपको ये भी पता चलेगा कि इस तूफान ने किस तरह से दिल्ली-NCR के मौसम पर असर डाला। ये सब खबरें आपको बताएंगी कि एक नाम कैसे एक पूरे क्षेत्र की जिंदगी को बदल सकता है।
शाई होप ने नेपियर में न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 109 रनों की पारी खेलकर वनडे क्रिकेट में सभी मान्यता प्राप्त देशों के खिलाफ शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए, जिसे सचिन और विराट जैसे दिग्गज भी नहीं कर पाए।