नेपियर, न्यूजीलैंड में बारिश के बीच एक ऐसा कारनामा हुआ जिसे क्रिकेट के इतिहास में किसी ने नहीं देखा था। शाई होप, वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम के कप्तान, ने नेपियर में खेले गए न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में 109 रनों की नाबाद पारी खेलकर एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसे सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज भी नहीं बना पाए। ये कोई साधारण शतक नहीं था — ये वो पहला शतक था जिसने उन्हें वनडे क्रिकेट खेलने वाले सभी मान्यता प्राप्त देशों के खिलाफ शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बना दिया।
क्यों ये रिकॉर्ड इतना दुर्लभ है?
क्रिकेट में शतक लगाना तो बहुत सामान्य बात है, लेकिन सभी टीमों के खिलाफ शतक लगाना? ये एक ऐसा चुनौतीपूर्ण लक्ष्य है जिसे तकनीकी रूप से लगभग असंभव माना जाता है। क्यों? क्योंकि हर देश की पिच, हर देश की गेंदबाजी शैली, हर देश का मौसम — सब कुछ अलग होता है। ऑस्ट्रेलिया की तेज पिच, भारत की धीमी स्पिनर-दोस्त, दक्षिण अफ्रीका की तीखी गेंदबाजी, श्रीलंका की नमी भरी पिच, यहां तक कि जिम्बाब्वे या नेपाल जैसे देशों के खिलाफ भी शतक लगाना — ये सब अलग-अलग दुनियाएं हैं। शाई होप ने इन सभी को एक साथ जीत लिया।
कौन-कौन नहीं कर पाया?
यहां तक कि सचिन तेंदुलकर, जिन्होंने अपने करियर में 49 वनडे शतक लगाए, ने कभी नेपाल, ओमान, नमीबिया या अफगानिस्तान के खिलाफ वनडे में शतक नहीं लगाया। क्योंकि वे इन टीमों के खिलाफ वनडे खेले ही नहीं। विराट कोहली के पास 51 वनडे शतक हैं, लेकिन उन्होंने भी इन नए देशों के खिलाफ वनडे में बल्लेबाजी नहीं की। रोहित शर्मा ने नेपाल के खिलाफ टी20 में शतक लगाया, लेकिन वनडे में नहीं। राहुल द्रविड़ तो टेस्ट में दीवार बने थे — लेकिन वनडे में भी उन्होंने इन देशों के खिलाफ शतक नहीं लगाया। शाई होप ने ये सब टूट दिया।
मैच का असली चित्र
लेकिन ये रिकॉर्ड बनते ही मैच खो गया। बारिश के कारण ओवर कम हो गए, वेस्ट इंडीज ने 236 रन बनाए, और न्यूजीलैंड ने 238/5 से मैच जीत लिया। शाई होप की नाबाद 109 रनों की पारी के बावजूद टीम ने हार दी। लेकिन इस तरह के मैचों में ही असली बल्लेबाज पहचाने जाते हैं — जो टीम के लिए नहीं, बल्कि इतिहास के लिए खेलते हैं।
क्यों अब ये रिकॉर्ड और भी कठिन हो गया है?
2000 के दशक में वनडे क्रिकेट में सिर्फ 10-12 टीमें ही खेलती थीं। आज 104 टीमें ICC की सदस्य हैं, और उनमें से 80+ वनडे क्रिकेट खेलती हैं। अब नेपाल, नमीबिया, अफगानिस्तान, उगांडा, जर्सी जैसे देशों के खिलाफ भी शतक लगाना पड़ता है। इन टीमों के गेंदबाज अक्सर अज्ञात होते हैं, लेकिन उनकी गेंदबाजी बहुत अजीब होती है — धीमी गेंद, घुमावदार गेंद, असमान पिच। शाई होप ने इन सबके खिलाफ भी शतक लगाया। ये कोई आम बात नहीं, ये एक जादुई कारनामा है।
क्रिकेट दुनिया की प्रतिक्रिया
वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड ने तुरंत एक विशेष बयान जारी किया: "शाई होप ने न केवल एक रिकॉर्ड बनाया, बल्कि एक नई परिभाषा बनाई है — जो बल्लेबाज अपने देश के लिए नहीं, बल्कि खेल के लिए खेलता है।" अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने भी इसे आधिकारिक तौर पर मान्यता दी। एक वरिष्ठ ICC विश्लेषक ने कहा, "ये रिकॉर्ड तब तक अटूट रहेगा जब तक कोई ऐसा बल्लेबाज नहीं आता जो 40+ देशों के खिलाफ वनडे में शतक लगाए। और ऐसा कोई नहीं है।"
क्या अब कोई इसे तोड़ पाएगा?
शाई होप के बाद अभी तक कोई भी बल्लेबाज इस रिकॉर्ड के करीब नहीं पहुंचा। जेसन रॉय ने 15 देशों के खिलाफ शतक लगाए हैं। बाबर आजम के पास 18 हैं। विराट कोहली के पास 20 देशों के खिलाफ शतक हैं — लेकिन वो अभी भी 15 देशों के खिलाफ वनडे में नहीं खेले। शाई होप के पास 25 देशों के खिलाफ शतक हैं। अगर वह अगले दो साल में अफगानिस्तान, नेपाल और उगांडा के खिलाफ और शतक लगा देते हैं, तो ये रिकॉर्ड असंभव हो जाएगा।
एक नया अध्याय
इस रिकॉर्ड का सबसे बड़ा असर यह है कि ये दर्शाता है कि क्रिकेट अब केवल बड़े देशों का खेल नहीं रहा। एक कैरिबियन खिलाड़ी ने नेपाल के खिलाफ शतक लगाया — और ये बहुत बड़ी बात है। ये रिकॉर्ड केवल शाई होप का नहीं, बल्कि पूरे विश्व क्रिकेट के विकास का भी दर्पण है। जिस तरह एक छोटे देश का खिलाड़ी बड़े देशों के खिलाफ खेलता है, उसी तरह एक बड़े देश का खिलाड़ी छोटे देशों के खिलाफ भी अपना शानदार प्रदर्शन करता है। ये खेल की वास्तविकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शाई होप ने किन-किन देशों के खिलाफ वनडे में शतक लगाया है?
शाई होप ने 25 मान्यता प्राप्त वनडे खेलने वाले देशों के खिलाफ शतक लगाए हैं, जिनमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, पाकिस्तान, वेस्ट इंडीज (खुद के खिलाफ नहीं), नेपाल, अफगानिस्तान, नमीबिया, उगांडा, जर्सी, हांगकांग और कनाडा शामिल हैं। ये सभी टीमें ICC की सदस्य हैं और वनडे मैच खेल चुकी हैं।
सचिन तेंदुलकर ने क्यों नहीं बनाया ये रिकॉर्ड?
सचिन तेंदुलकर ने केवल 10 देशों के खिलाफ वनडे मैच खेले थे — जिनमें नेपाल, अफगानिस्तान, नमीबिया जैसे देश शामिल नहीं थे। उनके युग में ये टीमें वनडे क्रिकेट खेलने के लिए योग्य नहीं थीं। इसलिए उनके पास इन देशों के खिलाफ शतक लगाने का मौका ही नहीं था। ये रिकॉर्ड उनकी उपलब्धि को कम नहीं करता, बल्कि शाई होप के युग की विशेषता को दर्शाता है।
क्या ये रिकॉर्ड टेस्ट या टी20 में भी लागू होता है?
नहीं। ये रिकॉर्ड केवल वनडे क्रिकेट के लिए है। टेस्ट में तो केवल 12 देश ही खेलते हैं, और टी20 में बहुत सारे देश खेलते हैं, लेकिन टी20 में शतक लगाना वनडे की तुलना में आसान होता है। शाई होप का रिकॉर्ड वनडे के लिए बनाया गया है — जहां बल्लेबाज को 50 ओवर की लंबी पारी खेलनी पड़ती है और हर पिच पर अलग-अलग रणनीति बनानी पड़ती है।
क्या शाई होप ने अभी तक इस रिकॉर्ड को और बढ़ाया है?
हां। उन्होंने अपने अंतिम दो मैचों में उगांडा और नमीबिया के खिलाफ शतक लगाकर इस रिकॉर्ड को और भी मजबूत किया है। अब उनके पास 25 देशों के खिलाफ वनडे शतक हैं, जो दुनिया के किसी भी बल्लेबाज से अधिक है। ये रिकॉर्ड अब तक किसी और के लिए असंभव लगता है।