नवरात्रि – हिन्दू धर्म में नौ दिन का महोत्सव
जब हम नवरात्रि, हिंदू कैलेंडर में नौ दिन तक चलने वाला उत्सव है जिसमें देवी दुर्गा की विभिन्न रूपों की पूजा होती है. इसे नवमी भी कहा जाता है, और यह शक्ति की शक्ति को मनाने का समय है। इस दौरान दुर्गा पूजा, देवी के विभिन्न अवतारों को समर्पित अनुष्ठान और प्रवचन मुख्य आकर्षण बनते हैं, जबकि शक्ति, सृष्टि की मूल शक्ति, जो देवी के रूप में प्रकट होती है के प्रति श्रद्धा भी गहरी होती है।
नवरात्रि के दौरान सुनाए जाने वाले भक्ति गीत, आध्यात्मिक गीत जो देवी की महिमा को गाते हैं घर-घर में गूंजते हैं, और ये गीत अक्सर परम्पराएँ, समुदाय द्वारा निभाए जाने वाले रीति‑रिवाज़ और अनुष्ठान को जीवंत बनाते हैं। कई शहरों में स्ट्रीट फेयर, मेले और झूले लगते हैं, जहाँ स्थानीय कलाकार पारंपरिक नृत्य और संगीत प्रस्तुत करते हैं। यह सामुदायिक भागीदारी नवरात्रि को सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक मिलन का भी मंच बनाती है।
नव महीने के प्रमुख पहलू
नवरात्रि का पहला दिन प्रथम नवरात्रि कहा जाता है, और प्रत्येक दिन में देवी के अलग‑अलग रूप जैसे शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चांदनी, कूंती, आशा, स्नान, एकता, सौधा और शैल शक्ति का विशेष रूप से पूजन किया जाता है। इस क्रम में शैलपुत्री का महत्व भू‑शक्ति से जुड़ा है, जबकि स्नान जल‑शक्ति का प्रतीक है। इन नौ रूपों को समझना न केवल आध्यात्मिक ज्ञान बढ़ाता है, बल्कि जीवन में विविध चुनौतियों का सामना करने की शक्ति भी देता है।
नवरात्रि के दौरान मां के कड़ाह में पकाए जाने वाले खिचड़ी, पूड़ी, और पनीर जैसे भोग भी अनिवार्य होते हैं। यह खाद्य परम्परा स्थानीय संस्कृति और मौसम के अनुसार बदलती है, पर लक्ष्य हमेशा एक ही रहता है – देवी को प्रसन्न करना। साथ ही, कई लोग इस अवसर पर दान, गरिबों और जरूरतमंदों को मदद देना करते हैं, क्योंकि नवरात्रि को सामाजिक दायित्व का भी समय माना जाता है।
विभिन्न क्षेत्रों में नवरात्रि के आयोजन का रूप अलग‑अलग हो सकता है। राजस्थान में राजस्थानी नवरात्रि, देशी संगीत और घूमते जैनरों के साथ मनाई जाने वाली विशिष्ट शैली में गजलों और डांस का मेल देखा जाता है, जबकि पुरी में संतवर्मी नवरात्रि, धार्मिक यात्राओं और शोभायात्रा का प्रमुख केंद्र है। इस विविधता से स्पष्ट है कि नवरात्रि केवल एक ही जगह का नहीं, बल्कि पूरे हिन्दु धरती का सांझा उत्सव है।
नीचे आप नवरात्रि से जुड़े कई समाचार, रिपोर्ट और विश्लेषण पाएँगे। हम ने इस महत्त्वपूर्ण अवधि के सामाजिक, धार्मिक और आर्थिक पहलुओं को कवर किया है, जिससे आप इस त्यौहार को पूरी समझ के साथ मनाने में सक्षम होंगे। चाहे आप पहली बार नवरात्रि मनाने वाले हों या बार-बार के भक्त, यहाँ पर आपको नई जानकारी, प्रेरणादायक कहानियाँ और प्रायोगिक सुझाव मिलेंगे। आगे पढ़ते हुए देखें कि किस तरह से नवरात्रि आपके जीवन में ऊर्जा, सामुदायिक जुड़ाव और आध्यात्मिक शांति ला सकती है।
नवरात्रि 2025 में सोने की कीमतें दिल्ली‑मुंबई में 3,300 रुपये/10ग्राम तक उछली, जिससे निवेशकों के लिए जोखिम और अवसर दोनों बढ़े।