EPF नियम 2025 में क्या नया है? आपका आसान गाइड
अगर आप अपनी सेवानिवृत्ति बचत को लेकर सोच रहे हैं, तो EPF (इम्प्लॉयी प्रोवाइडेंट फ़ंड) के नियम हर साल बदलते रहते हैं। 2025 में भी कुछ अहम बदलाव हुए हैं जो हर salaried employee को जानने चाहिए। इस लेख में हम समझेंगे कौन‑से अपडेट आए, कैसे अपना योगदान सही तरीके से करें और निकासी के समय क्या चीज़ें ध्यान में रखें।
नए योगदान प्रतिशत और श्रेणी‑वार विवरण
2025 में EPF का बेसिक योगदान अब 12% से बढ़ाकर 13% कर दिया गया है। मतलब अगर आपका बेसिक सैलरी ₹30,000 है, तो आप अब ₹3,900 (13% लैक) PF में जमा करेंगे। साथ ही, नियोक्ता का योगदान भी 13% ही रहेगा, पर इसमें 1% वर्कर प्रोविडेंट फंड (WF) के रूप में अलग जाता है।
भर्तीकर्ता (इंटर्न) या उन कर्मचारियों के लिए जिनकी सैलरी ₹15,000 से कम है, न्यूनतम योगदान 8% रखा गया है, जिससे छोटे वेतन वाले लोगों को भी पर्याप्त बचत हो सके। अगर आप फ्रीलांसर या कॉन्ट्रैक्ट बेस पर काम करते हैं, तो आप स्वयं अपनी इच्छानुसार 5%‑15% के बीच चुन सकते हैं, लेकिन 12% से नीचे नहीं जाने की सलाह दी जाती है क्योंकि टैक्स लाभ उसी पर निर्भर करता है।
निकासी के नए नियम और टैक्स बचत के Tips
पहला पॉइंट: 5 साल की सेवा पूरी होने पर आप पूरी रकम बिना टैक्स कटे निकाल सकते हैं। लेकिन अब अगर आप 5 साल से कम समय में निकासी चाहते हैं, तो 10% टैक्स काटा जाएगा, जो पहले 20% था। इससे बीच‑बीच में निकाली रकम पर आपका बोझ कम हो गया है।
दूसरा पॉइंट: घर खरीदने या शादी जैसे बड़े खर्चों के लिए निकासी अब आसान हो गई है। आप 2 साल में एक बार 90% तक रकम निकाल सकते हैं, बशर्ते कि आप उचित दस्तावेज़ (जैसे प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन या शादी का प्रमाण) जमा करें। पहले के नियमों में इस पर 50% की मान्यता थी, अब यह 90% तक बढ़ा है।
तीसरा पॉइंट: अगर आप 2025 में नया नौकरी शुरू करते हैं और पहले के नौकरी से EPF ट्रांसफर करना चाहते हैं, तो ऑनलाइन UAN (यूनिक अकाउंट नंबर) पोर्टल पर ‘Transfer Request’ डालना पर्याप्त है। अब ट्रांसफर की प्रक्रिया दो दिन में पूरी हो जाती है, जबकि पहले एक हफ्ता तक लग जाता था।
टैक्स बचत के लिये सबसे अच्छा तरीका है: अपने EPF योगदान को 12%‑13% पर रखें और सोचना न भूलें कि PF में जमा हुई ब्याज पूरी तरह से टैक्स‑फ्री है। साथ ही, जब आप 60 साल की उम्र में पूरी रकम निकालेंगे, तो आप न तो कोई टैक्स देंगे और न ही कोई पेनल्टी लगेगी।
इन अपडेट्स को समझ कर आप अपने वित्तीय लक्ष्य को और मज़बूती से सेट कर सकते हैं। अगर अभी तक आपका EPF UAN नहीं है, तो तुरंत अपने नियोक्ता से पूछें और पोर्टल पर रजिस्टर कर लें। हर महीने के स्टेटमेंट को चेक करना न भूलें—गलतियों को तुरंत सुधारने से बचत सही राह पर रहेगी।
संक्षेप में, EPF नियम 2025 ने योगदान दर बढ़ाई, निकासी प्रक्रिया सुगम बनाई और टैक्स बचत के अवसर बढ़ाए। ये बदलाव आपके भविष्य को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे, बस ज़रूरत है इसे समझने और सही कदम उठाने की। अब समय है अपने EPF को सही दिशा में मोड़ने का—आप तैयार हैं?
सरकार ने EPF निकासी नियम 2025 बदल दिए हैं। अब घर खरीदने/निर्माण या EMI के लिए 3 साल बाद 90% तक निकासी संभव है (पहले 5 साल थे), बेरोजगारी में 1 महीने बाद 75% और 2 महीने बाद बाकी 25% निकाला जा सकता है। 54 साल पर 90% और 58 पर पूरा PF मिलेगा। जून 2025 से UPI/ATM से 1 लाख तक इंस्टेंट निकासी, ऑटो सेटलमेंट सीमा 5 लाख और दावों का 95% अब 3-4 दिन में निपट रहा है।