15 जनवरी 2025
स्मृति मंधाना का नया कीर्तिमान
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टैंड-इन कप्तान स्मृति मंधाना ने खेल इतिहास में एक नए अध्याय की रचना की। उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ खेले गए तीसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 70 गेंदों में शतक लगाकर सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस अद्वितीय प्रदर्शन ने उन्हें भारत की पहली महिला खिलाड़ी बना दिया है जिन्होंने इतने तेज गति से शतक बनाया हो। यह रिकॉर्ड पहले हरमनप्रीत कौर के नाम था जिन्होंने 87 गेंदों पर शतक जड़ा था।
करियर की 10वीं शतकीय पारी
इस शतक के साथ ही स्मृति मंधाना ने अपने करियर की 10वीं वनडे शतकीय पारी पूरी की। भारतीय महिला क्रिकेट में यह एक असीम तृप्ति का पल था, क्योंकि मंधाना केवल तीसरे ओपनर महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने यह अद्भुत उपलब्धि हासिल की है। अब तक महिला वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक शतक ऑस्ट्रेलिया की पूर्व कप्तान मेग लैनिंग के नाम हैं जिनके पास 15 शतक हैं। उनके बाद न्यूज़ीलैंड की सुज़ी बेट्स 13 शतकों के साथ आती हैं।
स्मृति का निरंतर बढ़ता फॉर्म
स्मृति का यह फॉर्म किसी चौंकाने वाली बात नहीं है, क्योंकि उन्होंने 2024 के एकदिवसीय सत्र में भी शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने उस सीजन में 13 पारियों में 700 से अधिक रन बनाए थे, जिसमें चार शतक शामिल थे। यह उनके निरंतर प्रयास और खेल के प्रति लगन का ही परिणाम है कि उनका खेल इतना शानदार रहा है।
ऑल टाइम लिस्ट में शामिल
इस 70 गेंदों में एक सदी बनाने वाली पारी ने मंधाना को ऑल टाइम लिस्ट के जॉइंट आठवें स्थान पर ला दिया है। इस सूची में शामिल होना उनकी बल्लेबाजी दक्षता और तेज खेल के संकेत देता है। यह प्रदर्शन दर्शाता है कि मंधाना न केवल भारत बल्कि विश्व क्रिकेट में भी अपना दमदारी से स्थान बना रही हैं।
प्रतिभाशाली साझेदारी
मैच के दौरान स्मृति ने प्रथिका रावल के साथ साझेदारी कर एक और रिकॉर्ड दर्ज किया। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 233 रनों की होम ODI साझेदारी बनाई, जो अपने आप में एक शानदार उपलब्धि है। यह साझेदारी दर्शाती है कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम कितनी संगठित और सक्षम है।
महिला क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य की झलक
स्मृति मंधाना के इस प्रदर्शन ने न केवल उन्हें बल्कि पूरे भारतीय महिला क्रिकेट टीम को नई ऊर्जा दी है। भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल दिखाई दे रहा है, और विश्व स्तर पर भारतीय टीम की प्रतिष्ठा में यह योगदान अमूल्य है। इस तरह के धैर्य, क्षमता और समर्पण के साथ, भारतीय महिला टीम निकट भविष्य में नये मापदंड स्थापित करेगी।