SEBI का नया नियम: बिना नामितियों के निवेशकों के खाते फ्रीज नहीं होंगे

SEBI का नया नियम: बिना नामितियों के निवेशकों के खाते फ्रीज नहीं होंगे
12 जून 2024 Anand Prabhu

SEBI का नया नियम: निवेशकों को मिली राहत

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने उन निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिन्होंने अपने डिमैट और म्यूचुअल फंड खातों के लिए लाभार्थियों को नामित नहीं किया है। SEBI ने अपने पहले के निर्णय को वापस ले लिया है, जिसमें कहा गया था कि अगर किसी निवेशक ने अपने खातों के लिए नामांकन नहीं किया है तो उनके खाते 30 जून के बाद फ्रीज किए जाएंगे। इस निर्णय के बाद, ऐसे निवेशकों के खाते अब फ्रीज नहीं होंगे। यह निर्णय ब्रोकर्स और संपत्ति प्रबंधन कंपनियों से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर लिया गया है।

पुराने निवेशकों के लिए राहत

पुराने निवेशकों के लिए यह एक बड़ी राहत की खबर है। जिन निवेशकों ने अब तक अपने खातों के लिए नामांकित नहीं किया है, उन्हें अब अपने खातों को फ्रीज होने की चिंता नहीं करनी होगी। SEBI ने यह स्पष्ट किया है कि ऐसे निवेशकों के खाते फ्रीज नहीं होंगे और वे अपने डिविडेंड और ब्याज प्राप्त करना जारी रखेंगे। यह निर्णय इस उद्देश्य से लिया गया है कि नामांकन की प्रक्रिया को प्रमोट किया जा सके और निवेशकों को इस ओर प्रेरित किया जा सके।

नए निवेशकों के लिए अनिवार्य नामांकन

हालांकि, नए निवेशकों को अब अनिवार्य रूप से अपने खातों के लिए लाभार्थियों को नामित करना होगा। SEBI ने यह निर्देश दिया है कि नए निवेशकों के लिए यह नियम अनिवार्य होगा जिससे कि भविष्य में नामांकन की प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाया जा सके।

हर पंद्रह दिन में मिलेंगे रिमाइंडर

जो निवेशक अब तक अपने खातों के लिए लाभार्थियों को नामांकित नहीं कर पाए हैं, उनके लिए SEBI ने एक रिमाइंडर सिस्टम भी स्थापित किया है। अब ब्रोकर्स और संपत्ति प्रबंधन कंपनियों को हर पंद्रह दिन में ईमेल और SMS के माध्यम से निवेशकों को नामांकन की याद दिलानी होगी। इस माध्यम से, SEBI निवेशकों को नामांकन करने के लिए प्रेरित करने की कोशिश कर रही है।

लाभार्थियों का नामांकन क्यों है जरूरी?

लाभार्थियों का नामांकन करना निवेशकों के हित के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी अप्रत्याशित घटना के समय निवेशक की संपत्तियों का हस्तांतरण सुगमता से हो सके। नामांकन की अनुपस्थिति में, निवेशक की संपत्तियों का संचालन एक लंबी और जटिल प्रक्रिया हो सकती है। इसलिए, SEBI का यह कदम निवेशकों की सुरक्षा और भविष्य की सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।

आर्थिक विशेषज्ञों का नजरिया

आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि SEBI का यह निर्णय एक समझदारी भरा कदम है। इससे निवेशकों के बीच जागरूकता बढ़ेगी और वे समय पर अपने खातों के लिए लाभार्थियों का नामांकन कर सकेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के त्वरित और प्रभावी निर्णय लेने से निवेशकों का भरोसा बढ़ता है और वे भविष्य में इस तरह के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित होते हैं।

नामांकन की प्रक्रिया

  1. निवेशक अपने डिमैट और म्यूचुअल फंड खाते में लॉगिन करें।
  2. नामांकन का विकल्प चुनें।
  3. लाभार्थी की जानकारी जैसे नाम, पता, संबंध आदि भरें।
  4. सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
  5. सबमिट बटन पर क्लिक करें और प्रक्रिया पूरी होने की पुष्टि का इंतजार करें।

उम्मीद की जा रही है कि SEBI का यह कदम निवेशकों के बीच नामांकन की संस्कृति को प्रोत्साहित करेगा और उन्हें अपने निवेश सुरक्षित रखने के लिए प्रेरित करेगा।

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7 टिप्पणि

Manali Saha
Manali Saha जून 12, 2024 AT 18:39

SEBI ने बड़ा कदम उठाया!! अब नामांकन नहीं किया तो भी खाता फ्रीज नहीं होगा!! ये सबको राहत देगा!! जल्दी से अपना खाता चेक करो और नामांकन प्रक्रिया शुरू करो!!

jitha veera
jitha veera जून 15, 2024 AT 02:12

पहले से ही कहा गया था कि नामांकन नहीं करोगे तो फ्रीज हो जाएगा, अब अचानक पीछे खींचना क्या समझदारी है? ये असंगत नीति निवेशकों को उलझन में डाल देती है।

Sandesh Athreya B D
Sandesh Athreya B D जून 17, 2024 AT 09:46

वाह, अब तो SEBI ने खाता फ्रीज करने का बटन भी ग़ायब कर दिया!

Jatin Kumar
Jatin Kumar जून 19, 2024 AT 17:19

सबको नमस्ते, मैं इस नए नियम के बारे में थोड़ी विस्तार से अपनी राय शेयर करना चाहता हूं।
पहले तो यह बहुत राहत की बात थी कि पुराने निवेशकों को फ्रीज का डर नहीं रहेगा।
लेकिन साथ ही, यह ध्यान देने योग्य है कि नामांकन प्रक्रिया अभी भी कई लोगों के लिए जटिल लगती है।
SEBI ने रिमाइंडर सिस्टम लगाया है, जो हर पंद्रह दिन में स्मरण कराएगा, यह सराहनीय कदम है।
फिर भी, छोटे शहरों में ब्रोकर्स की पहुंच और इंटरनेट कनेक्शन की समस्या हो सकती है।
इसलिए मैं अनुशंसा करता हूं कि निवेशकों को स्थानीय एजेंटों की मदद से प्रक्रिया पूरा करनी चाहिए।
नामांकन के दौरान सही दस्तावेज़ अपलोड करना बहुत महत्वपूर्ण है, नहीं तो प्रक्रिया में देरी हो सकती है।
दूसरी बात, लाभार्थी के संबंध और पता सही ढंग से दर्ज करना चाहिए, वरना भविष्य में विवाद उत्पन्न हो सकते हैं।
मैंने देखा है कि कई बार गलत जानकारी दर्ज होने से मुकदमों तक पहुंच जाता है।
इसीलिए, हर जानकारी को दोबारा जांच लेना चाहिए, इससे बाद में झंझट नहीं होगा।
एक और पॉइंट यह है कि SEBI को इस नियम को धीरे-धीरे लागू करना चाहिए, ताकि सभी को सहजता रहे।
अगर अचानक सख्त फॉर्मेट लागू किया गया तो निवेशकों में अराजकता छा सकती है।
आगे चलकर, डिजिटल साक्ष्य को सुरक्षित रखने के लिए दो-फैक्टर ऑथेंटिकेशन जैसी तकनीकें उपयोगी होंगी।
समग्र रूप से, यह नियम निवेशकों के हित में है, परन्तु कार्यान्वयन में कुछ खामियां सुधारी जा सकती हैं।
आशा है कि SEBI इस पर और दिशा-निर्देश जारी करेगा और ब्रोकर्स को सपोर्ट भी देगा।
अंत में, मैं सभी को कहूँगा कि यथाशीघ्र नामांकन पूरी करें, नहीं तो रिमाइंडर से थक जाएंगे।

Anushka Madan
Anushka Madan जून 22, 2024 AT 00:52

निवेशकों को अपनी संपत्ति की सुरक्षा के लिये नामांकन करना ही कर्तव्य है; इसे टालना अनैतिक व्यवहार है। जो लोग इसे हल्का ले रहे हैं, उन्हें जिम्मेदारी समझनी चाहिए।

nayan lad
nayan lad जून 24, 2024 AT 08:26

नामांकन को जल्द से जल्द पूरा करें, प्रक्रिया सरल है।

Govind Reddy
Govind Reddy जून 26, 2024 AT 15:59

एक निवेशक का अस्तित्व उसी समय सुरक्षित होता है जब उसका अधिकार स्पष्ट रूप से परिभाषित हो। नामांकन की प्रक्रिया इस स्पष्टता को स्थापित करती है। बिना इस चरण के, भविष्य में अनिश्चितता का बोझ बढ़ता है। इसलिए यह नियम विचारशील है।

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