दिल्ली-एनसीआर में महसूस किए गए पाकिस्तान में आए 5.8 तीव्रता के भूकंप के झटके

11 सितंबर 2024
दिल्ली-एनसीआर में महसूस किए गए पाकिस्तान में आए 5.8 तीव्रता के भूकंप के झटके

5.8 तीव्रता का भूकंप: उत्तरी भारत और पाकिस्तान में महसूस किए गए झटके

बुधवार दोपहर को पाकिस्तान में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके उत्तरी भारत के विभिन्न हिस्सों में भी महसूस किए गए। यह भूकंप 12:58 बजे आया और इसका केंद्र 33 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था, जैसा कि नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, इसका केंद्र दक्षिण-पश्चिमी पंजाब के डेरा गाजी खान क्षेत्र के निकट 10 किलोमीटर की गहराई पर था।

दिल्ली-एनसीआर और अन्य प्रभावित क्षेत्र

भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र सहित उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी महसूस किए गए। इस दौरान, लोगों ने घरों और दफ्तरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों में अपनी सुरक्षा के लिए खड़े हो गए। कई शहरों में लोगों ने भूकंप के दौरान आंशिक दहशत का अनुभव किया।

इस घटना से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि पाकिस्तान के कुछ प्रमुख शहरों जैसे इस्लामाबाद, लाहौर, मुल्तान, फैसलाबाद और अन्य शहरों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में भी भूकंप का प्रभाव देखा गया।

भूकंप के झटकों के बावजूद नुकसान की रिपोर्ट नहीं

भूकंप के प्रभाव की गंभीरता को देखते हुए भी, अभी तक किसी भी प्रकार के जनहानि या संपत्ति क्षति की रिपोर्ट नहीं आई है। यह सच में एक राहत की बात है। भूकंप के तात्कालिक परिणामस्वरूप लोगों में दहशत और तनाव जरूर था, लेकिन इसकी वजह से कोई बडी आपदा नहीं हुई।

पिछले भूकंपों का रिकॉर्ड

ध्यान देने वाली बात यह है कि यह घटना अगस्त 29 को आये 5.4 तीव्रता के भूकंप के लगभग दो हफ्ते बाद हुई है, जिसने इस्लामाबाद, खैबर पख्तूनख्वा और रावलपिंडी को प्रभावित किया था। इसके पहले जून में भी 4.7 तीव्रता के भूकंप ने इस्लामाबाद, रावलपिंडी और खैबर पख्तूनख्वा के कुछ हिस्सों को प्रभावित किया था।

भूकंप से बचाव के लिए सावधानियां

भूकंप की स्थिति में लोगों को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि वे सुरक्षित रह सकें। पहले से ही अपने घर के सुरक्षित जगहों की पहचान करें जहां आप आपात स्थिति में शरण ले सकते हैं। मजबूत फर्नीचर के नीचे शरण लें और भूकंप रुकने तक वहीं रहें। बाहर जाने के लिए जल्दबाजी न करें, क्योंकि इससे घायल होने की संभावना बढ़ सकती है।

भूकंप आने की स्थिति में बिजली और गैस कनेक्शन को बंद कर दें ताकि आग लगने की संभावना कम हो सके। ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग लिफ्ट का प्रयोग न करें और सीढ़ियों का ही प्रयोग करें। भूकंप के समय वाहन चला रहे लोग वाहन को सुरक्षित स्थान पर रोककर वहीं ठहरें और झटकों के समाप्त होने का इंतजार करें।

सुरक्षित रहें और सूचित रहें

भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सटीक अनुमान लगाना कठिन होता है, लेकिन जागरूक रहकर और उचित सावधानियां बरतकर हम इससे होने वाली हानियों को कम कर सकते हैं। हर व्यक्ति को अपने इलाके की सुरक्षा योजनाओं की जानकारी होनी चाहिए और उनका पालन करना चाहिए।

हालांकि, इस बार कोई बड़ी क्षति नहीं हुई है, लेकिन हमें भविष्य में ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए पहले से तैयार रहना चाहिए।

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