
जब भारत महिला क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम को 88 रन से हराया, तो ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025आर प्रेमा दास स्टेडियम, कोलंबो का माहौल जश्न से भर गया। यह जीत भारत की पाकिस्तान के खिलाफ 12‑0 की बेमिसाल श्रृंखला को आगे बढ़ाती है, और टोकन जीत से कहीं ज्यादा रणनीतिक महत्व रखती है।
पृष्ठभूमि और इतिहास
भारत‑पाकिस्तान महिला क्रिकेट मैत्रीभाव के बाद से ही हमेशा तीव्र प्रतिस्पर्धा का केंद्र रही है। पिछले दो दशकों में दोनों टीमों ने मिलकर पाँच विश्व कपों में भाग लिया, लेकिन हर दाव पर भारत ने जीत दर्ज की। 2025 का यह मैच कोलंबो के आर प्रेमा दास स्टेडियम में खेला गया, जहाँ मौसम साफ‑सुथरा और पिच थोड़ी धीमी थी – एक ऐसी स्थिति जो तेज़ गेंदबाज़ी की मदद करती है।
मैच का सारांश
टॉस में पाकिस्तान की कप्तान फातिमा साना ने बॉलिंग चुन ली। भारत ने 50 ओवर में 247/6 बनाया। शुरुआत में हर्लीन देओल ने 46 रन बनाकर मंच स्थापित किया, लेकिन उनका तेज़ी से रन बनाना कम रहा। मध्य में जेमीमा रोड्रिग्ज़ ने 32 रन की धीरज भरी पारी खेली। सबसे रोमांचक क्षण तब आया जब विकेट‑कीपर रिचा घोश ने आठवें क्रमांक पर आकर 35* रन केवल 20 गेंदों में छोड़े – यह तेज़ी ने भारत को 247 का बचाव योग्य लक्ष्य दिलाया।
पाकिस्तान के लिये लक्ष्य 248 था, परन्तु वे 43 ओवर में 159 सभी आउट हो गए। उनका तकिया रहा सिद्रा अमीन की 81‑रन की जंगली पारी, जबकि नतालिया पेरवेज़ के साथ उनका 69‑रन साझेदारी मध्य ओवर में टीम को झटका दिया। पेरवेज़ के आउट होते ही रन‑रेट की दर बढ़ी, और भारत की तेज़ बॉलिंग ने उन्हें सिर पर छा दिया।

इंडिया की प्रमुख प्रदर्शनियां
- हर्लीन देओल – 46 रन (65 गेंद) – शुरुआती स्थिरता
- जेमीमा रोड्रिग्ज़ – 32 रन (37 गेंद) – मध्यम गति से धीरज
- रिचा घोश – 35* रन (20 गेंद) – अंत में तेज़ी
- क्रांति गाउड़ – 3 विकेट (12.2 ओवर) – प्रमुख बॉलिंग हिट
बॉलिंग विभाग में क्रांति गाउड़ ने 3 विकेट लेकर रास्ता साफ़ किया, जबकि स्नेह राणा ने फील्डिंग में शानदार कूद दिखायी। एक उल्लेखनीय क्षण वह था जब रिचा घोश का डाइव‑कैच फेल हो गया; इससे सिद्रा अमीन को एक कीमती जीवन मिला, परन्तु वह अंततः नहीं बच पाई।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
मैच के बाद फातिमा साना ने अपने माइक्रोफ़ोन में निराशा जताई। "पावर प्ले में हम कई रन दिहा दिया, और डेथ ओवर में भी उतनी ही बार फॉलो‑अप नहीं कर पाए," उन्होंने कहा। उन्होंने अपनी तेज़ गेंदबाज़ी के बारे में भी टिप्पणी की – "डायना बाईग (डायना बायग) को सीम और स्विंग समझ नहीं आया, मैं लगातार उन्हें गाइड कर रही थी," साना ने जोड़ा। फिर भी, उन्होंने अपनी बैटिंग लाइन‑अप की सराहना की – "सिद्रा की पारी बहुत मेहनती थी, वह टीम की आशा रही।"
टीम कोर के अनुसार, अगर पहले 20 ओवर में 180 से कम स्कोर रोक लेते तो परिणाम अलग हो सकता था। इस दिन की उपस्थिति के बाद, पाकिस्तान को अगले मैच की तैयारी में बॉलिंग स्ट्रेटेजी पर पुनः विचार करना पड़ेगा।

भविष्य की संभावनाएं और रैंकिंग
वर्ल्ड कप ग्रुप स्टेज में यह जीत भारत को दो पूँजी अंक दिलाती है, और टेबल पर उन्हें तीसरे स्थान पर रखती है। अगले मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड जैसी टीमों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे उनका नेट रन‑रेट परीक्षण होगा। दूसरी ओर, पाकिस्तान को अपने बॉलिंग यूनिट को सुदृढ़ करना आवश्यक रहेगा, क्योंकि इस टॉर्नामेंट में हर मामूली गलती बड़ी लागत बन सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत की जीत का भारतीय महिला क्रिकेट पर क्या असर पड़ेगा?
उत्साह में वृद्धि स्पष्ट है। 12‑0 की ऐतिहासिक श्रृंखला पर भरोसा बढ़ेगा, जिससे टीम के लिए अधिक आत्मविश्वास के साथ आगे के मैच खेलने का माहौल तैयार होगा। साथ ही चयनकों को युवा खिलाड़ियों को मौका देने का сигнал मिलेगा, क्योंकि मौजूदा पंक्तियों में अभी भी स्थिरता की कमी है।
पाकिस्तान की बॉलिंग में कौन से मुद्दे सामने आए?
मुख्य समस्या पावर प्ले में अतिरिक्त रन देना और डेथ ओवर में लाइन पर निरंतरता न रख पाना था। फातिमा साना ने विशेष रूप से डायना बाईग की सीम‑स्विंग समझ में कमी को उजागर किया, जिससे टीम को रणनीतिक पुनर्विचार करना पड़ेगा।
क्या रिचा घोश की नई पारी भारत को जीत दिलाने में निर्णायक थी?
बिल्कुल। रिचा ने 35* रन केवल 20 गेंदों में बनाए, जिससे लक्ष्य 247 अधिक सुरक्षित हो गया। उनका तेज़ी वाला फिनिश, विशेषकर अंतिम दो ओवर्स में, टीम की कुल स्कोर को 15 रन तक बढ़ा गया।
वर्ल्ड कप के समूह चरण में भारत की वर्तमान स्थिति क्या है?
इस जीत से भारत ने दो अंक हासिल किए, जिससे वह ग्रुप में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। आगामी मैचों में नेट रन‑रेट और जीत‑हार का संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि टॉप‑फोर में जगह पक्की करने के लिये अतिरिक्त जीत आवश्यक होगी।
अगले महीने में इस टॉर्नामेंट के लिए कौन सी टीमें सबसे बड़ी दांव पर हैं?
ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड को टॉप‑फाइव में जगह पक्की करने की संभावना अधिक है। दोनों भारतीय और पाकिस्तानी टीमों को इनके खिलाफ अपनी रणनीति को सुदृढ़ करना पड़ेगा, क्योंकि उन टीमों के पास बॅटिंग‑बॉलिंग दोनों में गहरी ताकत है।
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भारत‑पाकिस्तान के इस क्लासिक में पिच की धीमी स्पिन सहायक थी, लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ों ने अपनी टैक्टिकल इंटेलिजेंस से पावरप्ले को डॉमिनेट कर दिया। हर्लीन देओल की एंकरिंग पारी ने टीम को स्थिरता दी, जबकि रिचा घोश ने फिनिशिंग स्ट्राइक रेट को बूस्ट किया। बॉलिंग यूनिट में क्रांति गाउड़ ने तीन विकेट लेकर “बॉटम‑ऑफ़‑द‑नाइफ” को तेज़ कर दिया। कुल मिलाकर, यह जीत रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक दोनो पहलुओं से भारत की श्रेष्ठता को रेखांकित करती है।