
स्टॉक की मौजूदा स्थिति और बाजार की प्रतिक्रिया
वर्तमान में Vodafone Idea Limited के शेयर ₹8.72 पर ट्रेड कर रहे हैं, जो सितंबर 23, 2025 को पिछले सत्र के ₹8.40 से 3.94% ऊपर हैं। वहीँ, साल की शुरुआत से शेयर 10‑12% नीचे हैं, जिससे निवेशकों में अस्थिरता बनी हुई है। 52‑हफ्ते की रेंज ₹11.94 (ऊंची) से ₹6.12 (निचली) तक फैली हुई है, जो कीमतों में बड़े उतार‑चढ़ाव को दर्शाती है।
ग्लोबल ब्रोकरेज Citi ने शेयर पर Buy रेटिंग जारी रखी है और लक्ष्य मूल्य ₹10 तय किया है। यह लक्ष्य अभी भी जोखिम‑भरा माना जाता है, क्योंकि कंपनी कई वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रही है। दूसरी ओर, CLSA ने "Outperform" रेटिंग के साथ थोड़ा सावधानीपूर्ण लक्ष्य ₹8 बताया है, जो अभी की कीमत से भी ऊपर है। दोनों ब्रोकरों के अंडरलाइनिंग फंडामेंटल डेटा में अंतर है, पर दोनों ही कंपनियों के संभावित लाभ पर भरोसा दिखाते हैं।

भविष्य के संभावित कारक और जोखिम
कंपनी ने Q4 FY25 में 5,00,00,000 करोड़ रुपये के उच्चतम कैपेक्स खर्च की घोषणा की है, जो मर्जर के बाद से सबसे बड़ा है। कुल कैपेक्स को ₹50,000‑₹55,000 करोड़ के बीच रहने की योजना है, जिससे नेटवर्क विस्तार और 5G रोल‑आउट पर भारी निवेश संकेत मिलता है। Vodafone Idea ने 4.94 लाख ब्रॉडबैंड साइट्स स्थापित कर ली हैं और अगस्त 2025 तक 17 सर्कल में 5G शुरू करने की योजना बना रहा है।
हालांकि, राजस्व में मामूली गिरावट दर्ज हुई है: Q4 में कुल राजस्व ₹11,000 करोड़, जो क्वार्टर‑ऑन‑क्वार्टर 1% घटा है, और कैश EBITDA ₹2,320 करोड़, जो अपेक्षा से थोड़ा कम रहा। कंपनी के ARPU में सुधार की उम्मीद है, क्योंकि प्रबंधन ने टैरिफ बढ़ाने की नीति बताई है, जो आय में वृद्धि कर सकती है। फिर भी, नेट प्रॉफिट नकारात्मक ही बना हुआ है, PE रेशियो -3.3 और PB रेशियो -0.85 जैसी नकारात्मक मीट्रिक्स दर्शाते हैं।
सरकार का समर्थन एक बड़ा सकारात्मक संकेत है। केंद्र सरकार Vodafone Idea में 12‑13% हिस्सेदारी के लिए ₹8,800 करोड़ से अधिक के स्ट्रेटेजिक निवेशक की तलाश कर रही है। यह निवेशक अधिग्रहण मौजूदा प्रमोटरों (Aditya Birla Group और Vodafone UK) के हिस्से को थोड़ा डायल्यूट कर सकता है, पर कंपनी को आवश्यक पूँजी मिल जाएगी। साथ ही, डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम ने AGR देनदारी पर राहत के विकल्पों का अध्ययन किया है— repayment अवधि को 20 साल तक बढ़ाना, कॉम्पाउंड इंटरेस्ट की जगह सादे ब्याज की पेशकश, या टोकन वार्षिक भुगतान प्रणाली लागू करना। ये उपाय मार्च 2026 में अगली किस्त के पहले लागू हो सकते हैं, जिससे कंपनी की ऋण भार में काफी कमी आ सकती है।
वित्तीय जोखिम अभी भी प्रमुख हैं। कंपनी का कर्ज स्तर बहुत अधिक है, और टेलीकॉम सेक्टर में Jio, Airtel जैसी कंपनियों के साथ तीव्र प्रतिस्पर्धा जारी है। इसके अलावा, नियामक नीतियों में बदलाव, जैसे नीलामी मूल्य घटना या सस्पेंडेड लाइसेंस, बाजार भावना को जल्दी बिगाड़ सकते हैं। इसलिए, निवेशकों को उच्च जोखिम सहनशीलता रखनी होगी और अपने पोर्टफोलियो में संतुलन बनाए रखना होगा।
इन्हें देखते हुए, कई मार्केट एंट्रस्टों ने अक्टूबर‑2025 में ₹10 और नवंबर‑2025 में ₹11 के लक्ष्य भी लगाए हैं। यदि सरकार जल्दी AGR राहत देती है, स्ट्रेटेजिक निवेशक का प्रवेश होता है, और 5G सेवा सफलतापूर्वक लॉन्च होती है, तो शेयर में तेज़ी आना संभव है। परंतु, वास्तविकता में कंपनी को निरंतर घाटा, कर्ज सेवा और प्रतिस्पर्धी दबाव का सामना करना पड़ेगा—इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता।