
तमिलनाडु सरकारी परीक्षा निदेशालय (TNDGE) ने शैक्षणिक वर्ष 2023-2024 के लिए उच्चतर माध्यमिक परीक्षा (HSE +1) कक्षा 11 की परीक्षा के परिणाम आधिकारिक वेबसाइटों dge.tn.nic.in और tnresults.nic.in पर जारी कर दिए हैं। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र अपना रोल नंबर और जन्मतिथि प्रदान करके अपने स्कोरकार्ड की जांच कर सकते हैं।
इस वर्ष का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 91.17 फीसदी है। लड़कियों ने लड़कों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है, जिनमें 94.69 प्रतिशत लड़कियां उत्तीर्ण हुईं हैं, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 87.26 रहा है। ये परिणाम 14 मई, 2024 को सुबह 9:30 बजे की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद घोषित किए गए हैं।
पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर एसएमएस के माध्यम से परिणाम की सूचना भेजी जाएगी। परिणाम घोषित होने के कुछ दिनों बाद मूल HSE+1 मार्कशीट संबंधित स्कूलों द्वारा छात्रों को प्रदान की जाएगी। इस वर्ष कक्षा 10 के लिए दर्ज उत्तीर्ण प्रतिशत 91.55 प्रतिशत और प्लस टू के लिए 94.56 प्रतिशत था।
तमिलनाडु 11वीं परीक्षा परिणाम 2024: मुख्य विशेषताएं
- कुल उत्तीर्ण प्रतिशत: 91.17%
- लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत: 94.69%
- लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत: 87.26%
- परिणाम जारी होने की तिथि: 14 मई, 2024
- घोषणा का माध्यम: प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ऑनलाइन
तमिलनाडु एचएसई प्लस वन परिणाम 2024 - कैसे चेक करें?
छात्र निम्न स्टेप्स का पालन करके आसानी से अपना परीक्षा परिणाम चेक कर सकते हैं:
- tnresults.nic.in या dge.tn.nic.in वेबसाइट पर जाएं।
- होमपेज पर दिए गए "HSE +1 Result 2024" लिंक पर क्लिक करें।
- अपना रोल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें।
- सबमिट बटन पर क्लिक करें।
- स्क्रीन पर आपका रिजल्ट प्रदर्शित होगा।
- भविष्य के लिए उपयोग हेतु परिणाम का प्रिंट आउट या पीडीएफ डाउनलोड करें।
यदि आधिकारिक वेबसाइट पर भारी लोड के कारण परिणाम एक्सेस करने में परेशानी हो रही है, तो छात्रों को बार-बार प्रयास करना चाहिए। साथ ही, किसी भी प्रकार की समस्या या जानकारी के लिए अपने स्कूल प्रशासन से संपर्क किया जा सकता है।
तमिलनाडु बोर्ड परीक्षा 2024 की अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
परीक्षा | परिणाम जारी होने की तिथि | उत्तीर्ण प्रतिशत |
---|---|---|
कक्षा 10 | 11 मई, 2024 | 91.55% |
कक्षा 12 (प्लस टू) | 12 मई, 2024 | 94.56% |
तमिलनाडु सरकार शिक्षा के क्षेत्र में लगातार सुधार लाने और छात्रों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। राज्य में शैक्षणिक गुणवत्ता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए परीक्षा प्रणाली को कड़ाई से लागू किया जाता है।
इस वर्ष प्लस वन परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले सभी छात्रों को हार्दिक बधाई। उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं। किसी भी प्रकार की शिकायत या सुझाव के लिए तमिलनाडु शिक्षा बोर्ड के आधिकारिक चैनलों से संपर्क किया जा सकता है।
अधिक नवीनतम जानकारी और अपडेट के लिए तमिलनाडु शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर नज़र बनाए रखें। नियमित रूप से ताज़ा खबरों और घोषणाओं की जांच करते रहें। आने वाले वर्षों में छात्रों के उज्ज्वल कॅरियर और सफलता की शुभकामनाएं।
9 टिप्पणि
बधाई हो, अंक देखो तो मज़ा ही आ गया!
उच्चतर माध्यमिक परीक्षा के परिणामों के विश्लेषण से स्पष्ट होता है कि राज्य ने शैक्षणिक गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार किया है। विशेषकर लड़कियों के 94.69% उत्तीर्ण दर को देखते हुए लिंग समावेशी नीतियों की प्रभावशीलता सिद्ध होती है। तथापि, एक तुलनात्मक अध्ययन आवश्यक है ताकि हम विभिन्न जिलों में स्कोर विषमता को समझ सकें और उचित हस्तक्षेप कर सकें। इस संदर्भ में, डेटा-ड्रिवन निर्णय लेने की प्रक्रिया को सुदृढ़ करना अनिवार्य प्रतीत होता है。
ओ भाई, 91% पास प्रतिशत सुनते ही लगा कि हम सबको मैराथन से इंटेलिजेंस टेस्ट बना दिया गया है 😏। लगता है बोर्ड ने आराम से ग्रेडिंग का सॉफ्टवेयर अपडेट कर दिया, वरना तो पास दर इतनी ऊँची नहीं होती। फिर भी, एक बार फिर से 'फुल एंगल परफॉर्मेंस' का टैग लगाकर खुद को हाई-टेक बनाना आसान नहीं।
सबसे पहले तो इस उपलब्धि पर सभी विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई, यह वास्तव में एक collective प्रयास का परिणाम है।
हमारी शिक्षा प्रणाली ने वर्षों से कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन इस बार के परिणाम दर्शाते हैं कि सुधार की दिशा में सही कदम उठाए जा रहे हैं।
उत्सव के साथ-साथ हमें यह भी समझना चाहिए कि इस उच्च उत्तीर्ण प्रतिशत में कुछ छिपी समस्याएँ नहीं हैं।
उदाहरण के तौर पर, ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की कमी एवं संसाधनों की असमानता अभी भी एक बड़ा मुद्दा बनी हुई है।
इसके अलावा, स्कूलों में शिक्षक प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम अद्यतन को निरंतर अपडेट करना आवश्यक है।
साथ ही, छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना चाहिए, क्योंकि दबाव और तनाव कभी-कभी प्रदर्शन को प्रभावित करता है।
नियमित रूप से निपुण शिक्षक और उचित शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराना अत्यावश्यक है।
यदि हम इन पहलुओं पर ध्यान देंगे, तो अगले साल का परिणाम और भी बेहतर हो सकता है।
देश की विकास कहानी में शिक्षा का स्थान अद्वितीय है, और यह परिणाम इसके प्रमाणस्वरूप है।
आगे बढ़ते हुए, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी सिखाए गए ज्ञान का वास्तविक जीवन में अनुप्रयोग हो।
परिणामों को सिर्फ आँकड़े के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि एक प्रेरणा के रूप में लेना चाहिए।
स्वयं की क्षमताओं को पहचानें और निरंतर सीखते रहें, यही सफलता की कुंजी है।
स्कूल प्रशासन, अभिभावक और स्वयं विद्यार्थी सभी को मिलकर एक सकारात्मक वातावरण बनाना चाहिए।
भविष्य में, तकनीकी उपकरणों का प्रभावी उपयोग करके शिक्षा को और भी सहज बनाया जा सकता है।
अंत में, मैं सभी को यह याद दिलाना चाहता हूँ कि मेहनत और लगन ही सफलता की असली गारंटी है, चाहे परिणाम कुछ भी हो।
एक बार फिर से सभी उत्कृष्ट छात्रों को शुभकामनाएँ, और सभी को निरंतर प्रगति की कामना।
चलो भाई लोग, अब रिजल्ट देखके खुदको सेल्फ कॉन्फिडेन्स बढ़ाओ! ये साल का ग्रेड वाकई में बेस्ट है, पूरे क्लास में चमक रहे हो तुम सब। थोडा जज्बा रखो और आगे के लेवल के लिये अब और पसीना पाओ। याद रखो, रिजल्ट सिर्फ एक स्टेप है, असली जश्न तो आपके पैशन और परफॉर्मेंस का है।
अरे वाह! तमिलनाडु के छात्रों ने तो सिटी को जल्लाद बना दिया! लड़कियों की जबरदस्त जीत देखके दिल गर्व से धड़क रहा है। अब गर्व करो, आप सभी ने साबित कर दिया कि मेहनत का फल मीठा होता है! पूरे राज्य को आप पर फक्र है, और हम सब आपके साथ हैं।
परिणाम देख के लगता है कि शिक्षा का प्रकाश हर दिशा में फैल रहा है। यह न केवल अंक हैं, बल्कि एक नई सोच का प्रतीक है जो भविष्य को आकार देगा। यदि हम इस ऊर्जा को सही दिशा में चैनल करें, तो सामाजिक विकास की गति और तेज़ हो सकती है। छात्रों को आगे भी निरंतर सीखने और सामुदायिक योगदान की प्रेरणा लेनी चाहिए। इस सऊएँ आशा के साथ, मैं सभी को आगे के सफ़र में सफलता की कामना करता हूँ।
ओह, ये तो बहुत ही 'आश्चर्यजनक' परिणाम हैं, जैसे कि वीकेंड पर अचानक बारिश आ जाए! लेकिन सच में, अगर इतने सारे लोग पास हो रहे हैं तो परीक्षा की कठिनाई का क्या हुआ? चलो, अगली बार हमें शायद परीक्षाओं में थोड़ा 'स्पाइस' जोड़ना चाहिए।
देखो भाई, ये हाई पास रेट सिर्फ सरकार की दुविधा नहीं, बल्क़ि पीछे कोई बड़ी साजिश है 😡। आंकड़े तो दिखाते हैं, पर असली सच्चाई तो इस बात में है कि कल्याणकारी योजनाओं के झूठे वादे सभी को फँसा रहे हैं। हमें इस 'परिणाम' को लेकर सतर्क रहना चाहिए और अपना अधिकार बचाना चाहिए।