30 नवंबर 2024
सामंथा रुथ प्रभु के पिता का निधन: एक भावुक कहानी
दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग की जानी-मानी अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु के पिता, जोसेफ प्रभु, का निधन हो गया। सामंथा ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर दिल टूटने वाले इमोजी के साथ, 'जब तक हम फिर नहीं मिलते, डैड' लिखकर इस दुखद खबर की पुष्टि की। जोसेफ प्रभु की मृत्यु का कारण अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन इस खबर ने सामंथा के प्रशंसकों और शुभचिंतकों के दिलों को झकझोर दिया है।
जोसेफ प्रभु का जन्म चेन्नई के पास स्थित पल्लवरम इलाके में हुआ था। वह तेलुगु एंग्लो-इंडियन समुदाय से आते थे और उनका जीवन अपनी बेटी सामंथा की सफलताओं और संघर्षों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था। सामंथा अक्सर अपनी इंटरव्यूज में बताती रही हैं कि किस प्रकार उनका परिवार, विशेषकर उनके पिता, उनकी तनावपूर्ण मनोरंजन करियर में उनके साथ खड़ा रहा।
परिवार में रिश्तों की जटिलताएँ
सामंथा की परिवारिक कहानी एक जटिल भावनात्मक यात्रा रही है। उन्होंने पहले भी अपने पिता के साथ अपने सख्त रिश्ते के बारे में चर्चा की। एक इंटरव्यू में सामंथा ने कहा था कि उनके पिता की सख्त परवरिश और कठोर शब्द उनके आत्मसंवेदन में एक गहरी छाप छोड़ गए थे, जिससे उन्हें आत्म-स्वीकृति में कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। यह बताया कि उनके पिता अक्सर कहते थे कि वह समझदार नहीं हैं, और यह बात सामंथा के किशोरावस्था में एक बड़ी असुरक्षा का कारण बन गई।
पारिवारिक संघर्ष और सार्वजनिक ध्यान
2022 में, जब सामंथा का उनके पति नागा चैतन्य से तलाक हुआ, तब जोसेफ प्रभु का सार्वजनिक प्रतिक्रिया भी चर्चा में रहा। अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की गई एक पुरानी शादी की तस्वीर के साथ, उन्होंने लिखा, 'कभी समय पर, एक कहानी थी। और अब वह मौजूद नहीं है। तो चलो एक नई कहानी और नया अध्याय शुरू करते हैं।' सामंथा और नागा चैतन्य ने 6 अक्टूबर 2017 को गोवा में विवाह किया था और 2021 में उनके तलाक की घोषणा हुई।
सेलेब्रिटीज़ ने प्रकट की संवेदनाएँ
सामंथा के पिता के निधन के बाद कई सेलेब्रिटीज़ ने अपनी संवेदनाएँ और श्रद्धांजलि प्रकट की हैं। अभिनेता तेजा सज्जा और निथिन ने सामंथा और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएँ निजी तौर पर साझा कीं। तेजा सज्जा ने लिखा कि, 'आपके पिता के साथ बिताए पलों में आपको सुकून मिले। मेरे दिल की गहराइयों से आपके और आपके परिवार के प्रति संवेदनाएँ, प्रिय सामंथा।' निथिन ने लिखा, 'जोसेफ प्रभु जी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। सामंथा और उनके परिवार के लिए प्रार्थनाएँ। उनकी आत्मा को शांति मिले।'
प्रकीर्णता की अपील
सामंथा के प्रवक्ता ने प्रशंसकों और मीडिया से अपील की है कि वे इस कठिन समय में सामंथा और उनके परिवार को कुछ प्रकीर्णता दें। यह समय उनके परिवार के लिए एक बड़ा व्यक्तिगत संकट है, और उन्हें इस समय अकेलेपन और संवेदना की ज़रूरत है।
सामंथा के पिता का जाना उनके जीवन के उस अध्याय का अंत है जो उन्होंने व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों ही क्षेत्रों में जिया। सामंथा का संघर्ष और सफलता का सफर इस दुःखद पल में भी एक अनुस्मारक है कि किस प्रकार परिवार और समाज, व्यक्ति के जीवन को आकार देने में गहरा प्रभाव डालते हैं। इस कठिन समय में हर किसी के मन में यही प्रार्थना है कि सामंथा और उनका परिवार इस अपूर्णीय क्षति से उबर सके।