Nifty 25,181 पर बंद, Sensex 82,172 — बुलश रैली के पीछे प्रमुख कारक

Nifty 25,181 पर बंद, Sensex 82,172 — बुलश रैली के पीछे प्रमुख कारक
13 अक्तूबर 2025 Anand Prabhu

गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025 को भारतीय शेयर बाजार सत्रमुंबई ने बुलश रैली दिखाते हुए NSE Nifty 50 को 25,181.80 पर और BSE Sensex को 82,172.10 पर बंद किया। ये gains पिछले दिन की गिरावट को उलटते हुए लगभग दिन के हाई के करीब समाप्त हुए।

बाजार की व्यापक पृष्ठभूमि

निफ्टी ने 28 अंक की सकारात्मक शुरुआत की, 25,074 से 25,199 के इंट्राडे हाई तक पहुंचते हुए समाप्ति से सिर्फ 18 अंक नीचे बंद हुआ। इसी दौरान सेंसेक्स ने 398 अंक की मजबूत उछाल दर्ज की। कुल 3,191 लिस्टेड शेयरों में से 1,600 शेयर ऊपर, 1,495 नीचे और 96 स्थिर रहे, जिससे बाजार की breadth साफ‑साफ बुलिश थी।

मुख्य सूचकांक और तकनीकी विश्लेषण

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के प्रमुख बेंचमार्क लगातार 25,000 की मनोवैज्ञानिक सीमा को धारण कर रहे हैं। रुपक दे, वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक at LKP Securities ने बताया कि 25,250 के ऊपर ब्रेकआउट से 25,600 तक की गति संभव है, जबकि समर्थन स्तर 25,000 के नीचे है। वर्तमान में तत्काल प्रतिरोध 25,225 और समर्थन 25,125 पर स्थित है।

बैंक निफ्टी ने 39 अंक की हल्की गिरावट के बाद 56,192 पर बंद हो कर बुलिश कैंडल बनाया, समर्थन 56,000 और प्रतिरोध 56,250 के बीच ट्रेड कर रहा है। वित्तीय सेवाओं का इन्डेक्स 0.25% के छोटे सुधार के साथ पिछले नुकसान को रीकिन्सिल किया।

सेक्टर‑वार प्रदर्शन

सेक्टर‑वार प्रदर्शन

सभी प्रमुख सेक्टर इन्डेक्स हरे रंग में बंद हुए, विशेषकर फॉर्मा, आयल & गैस, रियल एस्टेट, धातु और आईटी ने 0.5‑2% के रिटर्न दिए। धातु इन्डेक्स ने वैश्विक बेस‑मेटल की कीमतों में उछाल के कारण 1% से अधिक की वृद्धि दर्ज की, जबकि आईटी इन्डेक्स ने 1.12% का उछाल दिखाया, जिसमें TCS ने 1.14% की बढ़त लाया, क्योंकि Q2 FY26 के परिणाम निकट आ रहे हैं।

फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर भी क्रमशः 1% से अधिक बढ़े, जबकि ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरबल्स ने त्योहारी सीजन की मजबूत खपत को प्रतिबिंबित करते हुए 0.7‑1% की मजबूती दिखाई।

कॉर्पोरेट प्रमुख घटनाएँ

गोल्ड ने 4,000 डॉलर के ऐतिहासिक स्तर को छुआ, जिससे बाजार में असुरक्षा बढ़ी। इसके साथ ही Titan Company के शेयर ने 20% उपभोक्ता व्यापार वृद्धि की घोषणा के बाद तेज़ी पकड़ी। विरोधाभास में, Tata Motors के शेयर ने JLR में कम थोक वॉल्यूम और साइबर‑इंसिडेंट के कारण 24% की गिरावट झेली।

सेंको गोल्ड ने रिटेल राजस्व में 16% की वृद्धि रिपोर्ट की, जबकि SoftBank ने ABB की रोबोटिक्स डिवीजन को $5.4 बिलियन में खरीदा, जिससे भारतीय टेक और ऑटो सेक्टर में विदेशी निवेश की उम्मीदें बढ़ीं।

भारत सरकार ने दुर्लभ‑पृथ्वी चुंबक उत्पादन हेतु ₹7,350 करोड़ की योजना सबमिट की, जिससे मेटल सेक्टर को अतिरिक्त बूस्ट मिलने का संकेत मिला। CPI का अनुमान 1.2% तक घटने का, मुख्यतः खाद्य मूल्यों में गिरावट के कारण, पेश किया गया।

भविष्य की संभावनाएँ और विश्लेषकों की राय

भविष्य की संभावनाएँ और विश्लेषकों की राय

अगले कुछ हफ्तों में यदि US‑India ट्रेड डील नवंबर तक पूर्ण हो जाता है, तो विदेशी निवेशकों का भरोसा और बढ़ सकता है, जिससे Nifty को 25,600‑25,800 के लक्ष्य तक पहुँचा सकते हैं। हालांकि, ग्लोबल मार्केट में मौद्रिक नीति की अनिश्चितता और तेल‑कीमतों में उतार‑चढ़ाव को जोखिम के रूप में देखते हुए, तकनीकी स्तरों का समर्थन 25,000 के नीचे न गिरने पर ही बुलिश धारा जारी रहेगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि IT और मेटल सेक्टर की वर्तमान गति को सतत रहने के लिए कंपनी‑विशिष्ट बुनियादी बिंदुओं की आवश्यकता होगी, जैसे TCS के बेहतर क्वार्टरली परिणाम और धातु निर्माताओं की आपूर्ति श्रृंखला की स्थिरता।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

बुलश रैली से कौन‑से सेक्टर सबसे अधिक लाभान्वित हुए?

आईटी, धातु, फार्मा और रियल एस्टेट ने सबसे अधिक रिटर्न दिया; विशेषकर TCS और धातु कंपनियों के शेयर 1‑2% तक बढ़े।

Nifty के अगले संभावित समर्थन और प्रतिरोध स्तर कौन से हैं?

यदि बाजार 25,250 के ऊपर टिकता है तो 25,600‑25,800 की रेंज लक्ष्य बनती है; डाउनसाइड में तुरंत 25,125 और फिर 25,000 का समर्थन महत्वपूर्ण है।

SoftBank के ABB रोबोटिक्स अधिग्रहण का भारतीय बाजार पर क्या असर होगा?

यह अधिग्रहण भारतीय ऑटो और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तकनीकी निवेश को बढ़ावा देगा, जिससे रोबोटिक्स‑उन्मुख स्टॉक्स में दीर्घकालिक बढ़त की संभावना है।

टाइटन कंपनी की 20% विकास दर का कारण क्या था?

टाइटन ने अपने घड़ियों और ज्वेल्री सेल्स में साल‑दर‑साल 20% की वृद्धि रिपोर्ट की, मुख्यतः ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के विस्तार और त्योहारी सीजन में बढ़ती मांग के कारण।

भारत की नई दुर्लभ‑पृथ्वी चुंबक योजना बाजार को कैसे प्रभावित करेगी?

₹7,350 करोड़ की योजना भारत को पुनः‑स्थापित तकनीकी सामग्री सप्लायर बनाकर मेटल सेक्टर में निर्यात की संभावना बढ़ाएगी और दीर्घकालिक निवेशकों को आकर्षित करेगी।

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2 टिप्पणि

Gursharn Bhatti
Gursharn Bhatti अक्तूबर 13, 2025 AT 23:45

बाजार में जिस तरह से Nifty ने 25,000 की दीवार को तोड़ा, उसके पीछे सिर्फ़ मौसमी रुझान नहीं, बल्कि गुप्त एलायंस की छिपी हुई योजना है। कई रिपोर्टों के अनुसार, विदेशी हेज फंडों ने इस रैली को जल्दी‑जल्दी शुरू करने के लिए कई चैनलों से संकेत भेजे थे। यदि आप इस सेट‑अप को एक बड़े शतरंज के खेल मानें, तो हम सिर्फ़ पॉन की चाल नहीं देख रहे, बल्कि क्वीन की चालों का असर भी महसूस कर रहे हैं। इस प्रकार, सतह पर जो बुलिश दिखता है, वह शायद कुछ गहरी रणनीति का हिस्सा हो सकता है।

Arindam Roy
Arindam Roy अक्तूबर 14, 2025 AT 00:46

बस, यही तो उम्मीद थी, बाजार में कोई नई हवा नहीं चल रही।

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