क्रिस्टोफर नर्स को एलिट फॉर्मेशन कोचिंग लाइसेंस प्रोग्राम के लिए चुना गया: एमएलएस और एफएफएफ की पहल

क्रिस्टोफर नर्स को एलिट फॉर्मेशन कोचिंग लाइसेंस प्रोग्राम के लिए चुना गया: एमएलएस और एफएफएफ की पहल
1 फ़रवरी 2025 Anand Prabhu

क्रिस्टोफर नर्स का चयन EFCL प्रोग्राम के लिए

इंटर मियामी सीएफ के अंडर-17 हेड कोच क्रिस्टोफर नर्स को एलिट फॉर्मेशन कोचिंग लाइसेंस (EFCL) प्रोग्राम में भाग लेने के लिए चुना गया है। यह प्रोग्राम मेजर लीग सॉकर (MLS) और फ्रेंच फुटबॉल फेडरेशन (FFF) के बीच का एक सहयोगी प्रयास है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य एमएलएस खिलाड़ियों और कोचों को प्रशिक्षित कर उनकी क्षमताओं को बढ़ावा देना है। EFCL कार्यक्रम 18 महीने की अवधि में फैला होगा, जिसमें सात सप्ताह की विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित की जाएगी।

प्रशिक्षण का प्रारंभिक चरण

EFCL कार्यक्रम का प्रारंभिक चरण पेरिस के बाहर स्थित प्रसिद्ध INF Clairefontaine में एक सप्ताह के सत्र के साथ होगा। इस कार्यक्रम में कोचों को क्षेत्रीय शिविरों के माध्यम से मैदान के निर्देश और उम्मीदवारों के मूल्यांकन के लिए अतिरिक्त शिक्षा दी जाएगी। कोचों को इंग्लैंड के आर्सेनल, फ्रांस के ले हाव्रे ए.सी., आर.सी. लेन्स, ए.एस. मोनाको, एफ.सी. नांते, स्टेड रेनाइस, आर.सी. स्ट्रासबर्ग, टूलूस एफ.सी., और जर्मनी के टीएसजी 1899 हॉफ़ेनहेम जैसी शीर्ष यूरोपीय टीमों के साथ क्लब अवलोकनों का अवसर मिलेगा।

प्रसिद्ध कोचों का योगदान

EFCL कार्यक्रम के प्रमुख स्नातकों में वर्तमान MLS के मुख्य कोच जैसे नीको एस्टेवेज़ (एफसी डलास), लुची गोंजालेज (सैन होजे एर्थक्वेक्स), विल्फ्रेड नैन्सी (कोलंबस क्रू), और ग्रेग वेनी (एलए गैलेक्सी) शामिल हैं। ये कोच अब अपनी अद्भुत नेतृत्व क्षमता से कई खिलाड़ियों को उच्च स्तर पर प्रशिक्षित कर रहे हैं।

क्रिस्टोफर नर्स का इस विश्वस्तरीय प्रोग्राम के लिए चयन इस बात का प्रमाण है कि मानव संसाधन में गुणवत्ता के विकास और एमएलएस में कोचिंग उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता बनी हुई है।क्रिस्टोफर नर्स का करियर विभिन्न स्तरों पर उनके व्यापक अनुभव से समृद्ध है, जो उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उपयुक्त बनाता है। उनके वर्तमान भूमिका के रूप में, वह इंटर मियामी सीएफ के एकेडमी कोच के रूप में कार्यरत हैं।

उच्च मानकों की कोचिंग शिक्षा

यह प्रोग्राम न केवल उच्च स्तरीय कोचिंग शिक्षा प्रदान करता है बल्कि कोचों को खिलाड़ियों की क्षमताओं को निखारने के लिए आवश्यक कौशल भी होता है। ऐसा माना जाता है कि कोचों के इस कठोर शिक्षा के माध्यम से एमएलएस के खिलाड़ियों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

क्रिस्टोफर नर्स का चयन EFCL प्रोग्राम के लिए यह सुनिश्चित करता है कि एमएलएस अपने कोचों में उच्च स्तर की योग्यता और प्रतिभा विकास के लिए प्रयासरत है। उनका यह सत्र न केवल उनके कैरियर में एक नई दिशा प्रदान करेगा बल्कि यह अन्य कोचों और खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनेगा।

11 टिप्पणि

Gurjeet Chhabra
Gurjeet Chhabra फ़रवरी 1, 2025 AT 03:35

बहुत बढ़िया खबर

AMRESH KUMAR
AMRESH KUMAR फ़रवरी 10, 2025 AT 05:59

मुझे गर्व है 🇮🇳! यह कदम हमारे फुटबॉल को उठाएगा, देखो इस सफलता को 😎

ritesh kumar
ritesh kumar फ़रवरी 19, 2025 AT 08:23

यह चयन केवल एक सतही PR नहीं, बल्कि MLS और FFF के गुप्त गठबंधन का हिस्सा है जो भारतीय टैलेंट को असली वश में लाने की साजिश रच रहा है, डिफेंस ट्रांसफ़ॉर्मेशन, डेटा एनालिटिक्स और टैक्टिकल इंटीग्रेशन के पहलू स्पष्ट हैं।

Raja Rajan
Raja Rajan फ़रवरी 28, 2025 AT 10:47

कोचिंग के मानकों में सुधार तो जरूरी है लेकिन केवल विदेशी एक्सपोज़र ही समाधान नहीं हो सकता।

Atish Gupta
Atish Gupta मार्च 9, 2025 AT 13:11

ऐसे कार्यक्रम से न सिर्फ खिलाड़ी बल्कि पूरे सॉकर इकोसिस्टम में नई ऊर्जा का संचार होगा, यह एक नई कहानी की शुरुआत है।

Aanchal Talwar
Aanchal Talwar मार्च 18, 2025 AT 15:35

सच में ये बहुत इम्पॉर्टन्ट है।

Neha Shetty
Neha Shetty मार्च 27, 2025 AT 17:59

यह देखना दिलचस्प है कि कैसे अंतरराष्ट्रीय सहयोग स्थानीय कोचिंग को समृद्ध बना रहा है, इस पहल से भविष्य में MLS की क्वालिटी में उल्लेखनीय सुधार होगी।

Apu Mistry
Apu Mistry अप्रैल 5, 2025 AT 21:23

क्रिस्टोफर नर्स की इस यात्रा को देखना मानो एक दार्शनिक प्रेरणा का स्रोत है।
वह सिर्फ एक कोच नहीं, बल्कि एक विचारधारा के वाहक भी हैं।
उनका चयन दर्शाता है कि आधुनिक फुटबॉल में केवल शारीरिक शक्ति नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता भी महत्त्वपूर्ण है।
EFCL प्रोग्राम में शामिल होना उनके करियर का एक नया अध्याय खोलता है।
यह कार्यक्रम यूरोपीय मानकों को भारतीय जमीन पर लाने की कोशिश करता है।
प्रशिक्षण के दौरान वे अपने अतीत के अनुभवों को नई पीढ़ी के साथ साझा करेंगे।
खिलाड़ियों की क्षमता को निखारने के लिए ऐसे अंतरराष्ट्रीय एक्सपोज़र जरूरी है।
परन्तु यह भी देखना आवश्यक है कि स्थानीय संस्कृति इस बदलाव को कैसे स्वीकार करेगी।
कभी-कभी विदेशी विचारों का अति प्रयोग स्थानीय पहचान को धुंधला कर देता है।
इसलिए संतुलन बनाना ही कुंजी है।
नर्स का ये कदम भारतीय कोचिंग में एक नई लहर लाने की आशा जगाता है।
हमें इस अवसर को हाथ से जाने नहीं देना चाहिए।
डेटा एनालिटिक्स और टैक्टिकल इनोवेशन को अपनाना हमारे फुटबॉल को वैश्विक स्तर पर ले जा सकता है।
आशा है कि इस प्रोग्राम के बाद कई युवा कोच अपने सपनों को साकार करेंगे।
अंत में, यह सिर्फ एक चयन नहीं, बल्कि भारतीय सॉकर की दिशा में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन है।

uday goud
uday goud अप्रैल 14, 2025 AT 23:47

यह पहल हमें एक वैश्विक मंच पर लाने की अनुमति देती है, जहाँ हम अपनी पहचान को सम्मान के साथ प्रदर्शित कर सकते हैं।

Chirantanjyoti Mudoi
Chirantanjyoti Mudoi अप्रैल 24, 2025 AT 02:11

हर पहल में छिपी होती हैं चुनौतियाँ, इस कार्यक्रम को भी बारीकी से देखना चाहिए।

Surya Banerjee
Surya Banerjee मई 3, 2025 AT 04:35

कभी-कभी ऐसा लगता है कि ये सारे सिद्धांत सिर्फ दिखावे के लिए होते हैं, असली बदलाव ग्राउंड लेवल पर ही आता है।

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