जेमिमाह रोज़ार्डेस ने आयरलैंड के खिलाफ पहला ODI शतक, गिटार जश्न वायरल

जेमिमाह रोज़ार्डेस ने आयरलैंड के खिलाफ पहला ODI शतक, गिटार जश्न वायरल
30 सितंबर 2025 Anand Prabhu

जब जेमिमाह रोज़ार्डेस, भारत की विकेट‑कीपर बैटर ने अपना पहला ODI शतक बनाया, तो राजकोट के निरंजन शाह स्टेडियम में मौजूद सभी दर्शकों की सांस थम गई। 12 जनवरी 2025 को भारत बनाम आयरलैंड का दूसरा ODI, जो भारत‑आयरलैंड ODI श्रृंखलाराजकोट के रूप में दर्ज है, इस अवसर पर जेमिमाह ने 102 रन 91 गेंदों में बनाए, 12 चौके लगाकर खेल को अपनी टीम के पक्ष में मोड़ दिया। शतक का सेलिब्रेशन – बैट को गिटार की तरह पकड़ना और स्ट्रम करना – तुरंत सोशल मीडिया पर ‘वायरल’ हो गया।

पहला शतक और गिटार जश्न

शतक की पर्ची 50वीं ओवर की दूसरी गेंद पर आयरलैंड की तेज़ गेंदबाज़ अर्लीन केली से मिली, जो सीधे सीमा के बाहर छूटी थी। इस सिलसिले को बेहतरीन रूप से समाप्त करते हुए जेमिमाह ने अपने बैट को गिटार की तरह उठाया और एक त्वरित स्ट्रम के साथ अपनी खुशी व्यक्त की। वह अक्सर कहती हैं, “मैं हर फोटो‑शूट में यही पोज़ करती हूँ, लेकिन जब शतक बन गया तो इसे ज़रूर दोहराना चाहती थी।”

लीडर स्मृति मंदाना ने तुरंत टीम को संगठित किया और जेमिमाह के काम की प्रशंसा करते हुए कहा, “उसका गिटार जश्न उसकी व्यक्तित्व को दर्शाता है, और हमारी टीम को नई ऊर्जा मिलती है।” इस उत्सव के बाद सभी साथी‑खिलाड़ी उसके चारों ओर खड़े होकर ‘स्टैंडिंग ओवेशन’ बजाते रहे।

दूसरा शतक और नई उपलब्धि

केवल चार महीने बाद, 7 मई 2025 को कोलंबो के आर प्रेमदास स्टेडियम में भारत‑दक्षिण अफ्रीका ट्राई‑सीरीज़ के दौरान जेमिमाह ने फिर से शतक बना लिया – 89 गेंदों में 107 रन, 13 चौके। इस बार भी उसने वही गिटार‑पोज़ दोहराया, लेकिन इस बार हेल्मेट उतार कर ‘फ़्लाइंग क़िस़’ भी दिया। इस उपलब्धि के बाद उसे ‘इंडियन क्रिकेट के सातवें खिलाड़ी’ के रूप में मान्यता मिली, जो महिला ODI में दो या अधिक शतक बनाते हैं, उनके साथ स्मृति मंदाना (10), मिथाली राज (7), हरमनप्रीत कौर (6) आदि भी शामिल हैं।

इसे लेकर भारत महिला क्रिकेट टीम ने घोषणा की कि जेमिमाह की निरंतरता इस साल की ODI वर्ल्ड कप तैयारी में अहम भूमिका निभाएगी। कोच ने बताया, “उसकी तकनीकी निपुणता और खेल के बाहर की व्यक्तित्व दोनों ही टीम को एक नई दिशा दे रहे हैं।”

टीम साथी और प्रशंसकों की प्रतिक्रिया

जेमिमाह की साथी‑खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर उनके जश्न को लेकर दो धारा बनाई। एक ओर कई ने उसे ‘अन्यायिक’ कहा, जबकि दूसरी ओर बहुत से फैंस ने कहा, “यह उसका अपना स्टाइल है, और यह क्रिकेट में रचनात्मकता को बढ़ावा देता है।”

भारी प्रशंसक समूह ‘रोज़ी फैन क्लब’ ने एक बार फिर ध्वज फहराया और “गिटार, संगीत और क्रिकेट का मेल ही जेमिमाह की पहचान है” लिखा। इस बीच, आईसीसी ने इस जनहित को देखते हुए कोई औपचारिक नियम नहीं निकाले, परन्तु उन्होंने कहा कि “खेल की भावना को सम्मान देना अनिवार्य है।”

सोशल मीडिया पर बहस और सांस्कृतिक पहलू

कई भारतीय दर्शकों ने इस जश्न को ‘क्रिंज’ कहा, यह टिप्पणी मुख्यतः उन लोगों से आई जो पारम्परिक खेल व्यवहार को प्राथमिकता देते हैं। परन्तु कई संगीत प्रेमियों ने कहा, “गिटार उसके तनाव‑मुक्ति का माध्यम है, और वह इसका प्रयोग कर खुद को और टीम को प्रेरित करती है।”

एक लोकप्रिय ट्वीट में लिखा था, “जब क्रिकेट की पिच पर गिटार की धुन सुनाई देती है, तो यह खेल की नई ध्वनि बन जाती है।” इस पोस्ट पर जल्द ही 45,000 से अधिक लाइक्स और 12,000 रीट्वीट्स आए, जो दर्शाता है कि जेमिमाह का प्रभाव सिर्फ खेल तक सीमित नहीं, बल्कि सांस्कृतिक संवाद में भी फैला हुआ है।

भविष्य की राह और संभावित प्रभाव

आगामी महीने में भारत को दक्षिण अफ्रीका, स्रीलंका और अन्य टॉप‑10 टीमों के खिलाफ कई महत्वपूर्ण मैच खेलने हैं। जेमिमाह की निरंतरता को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि वह टीम को टॉप‑फोर में पहुंचाने में अहम भूमिका निभा सकती है।

इसके अलावा, दो शतक के बाद उसकी व्यक्तिगत ब्रांडिंग पर भी असर पड़ेगा। कई विज्ञापन एजेंसियों ने संपर्क किया है, और संभावित सहयोग में संगीत‑ब्रांडेड जर्सी, गिटार‑डिज़ाइन वाली बैट और व्यावसायिक ऑटो‑ट्रेडिंग ऐप शामिल हैं। इस प्रकार, जेमिमाह की सफलता क्रिकेट, संगीत और मार्केटिंग का एकत्रीकरण बन रही है।

मुख्य आँकड़े

  • पहला ODI शतक: 102 रन (91 बॉल), 12 फ़ोर, 1 सिक्स, 12 जनवरी 2025, राजकोट
  • दूसरा ODI शतक: 107 रन (89 बॉल), 13 फ़ोर, 7 मई 2025, कोलंबो
  • भारतीय महिला ODI रैंकिंग: 2nd (जून 2025)
  • आईसीसी महिला ODI रैंकिंग में आयरलैंड: 11th
  • गिटार जश्न को दिखाने वाले वीडियो के व्यूज़: 3.2 मिलियन (पहला शतक), 4.5 मिलियन (दूसरा शतक)
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

जेमिमाह का गिटार जश्न क्यों खास माना जाता है?

जेमिमाह संगीत को अपने तनाव‑मुक्ति उपाय के रूप में लेती हैं। शतक के बाद बैट को गिटार की तरह दिखाना उसकी व्यक्तिगत पहचान है, जिससे दर्शकों को यह एहसास होता है कि खिलाड़ी भी कला के साथ जुड़ाव रख सकते हैं। यह जश्न क्रिकेट में रचनात्मकता की नई परिभाषा स्थापित करता है।

पहला ODI शतक किस मौके पर आया?

12 जनवरी 2025 को राजकोट के निरंजन शाह स्टेडियम में भारत‑आयरलैंड श्रृंखला के दूसरे मैच में जेमिमाह ने 102 रन बनाए। शतक का सूत्रधार आयरलैंड की अर्लीन केली की 50वीं ओवर की दूसरी गेंद थी।

क्या जेमिमाह ने टीम की रणनीति में कोई बदलाव किया?

उसके शतक ने भारतीय मध्य‑क्रम को स्थायित्व प्रदान किया। 4वें क्रम में उसका 91‑बॉल हमला तेज़ रन‑रेट के साथ टीम को लक्ष्य तक पहुँचाने में मददगार रहा, जिससे भारत को 250 + स्कोर पर मजबूती मिली। इस प्रदर्शन ने कोच को टीम के मध्य‑क्रम में अधिक लचीलापन देने को प्रेरित किया।

भविष्य में जेमिमाह के लिए क्या अपेक्षाएँ हैं?

विशेषज्ञों का मानना है कि वह 2025‑2026 के अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर में लगातार शतक बना सकती हैं, विशेषकर भारत‑वर्ल्ड कप क्वालीफायर में। साथ ही, उसकी संगीत‑आधारित ब्रांडिंग के चलते विज्ञापन और साझेदारियों के नए अवसर सामने आ रहे हैं।

इंडियन क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इस जश्न पर क्या कहा?

BCCI ने कहा कि खिलाड़ियों को अपनी अभिव्यक्ति का अधिकार है, बशर्ते वह खेल के उत्थान में योगदान देता हो। उन्होंने इस शैली को ‘प्ले‑अंड‑इवॉल्व’ कार्यक्रम के हिस्से के रूप में मान्यता दी, जिससे खिलाड़ियों को व्यक्तिगत ब्रांडिंग के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।

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11 टिप्पणि

Himanshu Sanduja
Himanshu Sanduja सितंबर 30, 2025 AT 23:07

जेमिमाह का गिटार जश्न देखके पूरे स्टेडियम में हंसी और गर्व का माहौल बन गया
ऐसे छोटे-छोटे इशारे खिलाड़ी की पर्सनालिटी को उजागर करते हैं
उनकी बैटिंग और संगीत दोनों में जज्बा साफ दिखता है
ऐसे क्रीएटिव पलों से टीम की ऊर्जा भी बढ़ती है

Kiran Singh
Kiran Singh अक्तूबर 2, 2025 AT 02:54

बिल्कुल सही कहा, जेमिमाह ने दिखा दिया कि जीत के बाद कैसे फ़न भी रखा जा सकता है 😊
गिटार पोज़ से टीम में जो हंसी आई, वो बॉल्स से ज़्यादा असरदार रही
कोचिंग साइड से भी यह इंडिकेट करता है कि खेल में मोमेंटम बनाना जरूरी है
ऐसे एंटीसीज़ को आगे भी देखना चाहिए 🎸

Balaji Srinivasan
Balaji Srinivasan अक्तूबर 3, 2025 AT 06:40

शतक के बाद गिटार बजाना बिल्कुल नया ट्रेंड है。

Hariprasath P
Hariprasath P अक्तूबर 4, 2025 AT 10:27

जेमिमाह की इस ग्राउंड पर की गई परफ़ॉर्मेंस वाकई लाजवाब थी
पहले शतक में वह बैट को गिटार की तरह पकड़ी और स्ट्रमिंग से एलीट मोमेंट बनाया
दूसरा शतक भी उसी स्टाइल में किया, पर फॉर्म में थोड़ा बदलाव आया
ऐसे इवेंट्स में दर्शकों की रियाक्शन काफी एनर्जेटिक होती है
गिटार जश्न को लेकर टकराव भी हुआ, लेकिन उही तो लाइफ का मसला है
कुछ लोग इसे क्रिंज कहते हैं, जबकि कई संगीत प्रेमी इसे सराहते हैं
ऐसे मल्टीप्लायर्स से खेल में नई फील आती है
क्रिकेट के अंकों के साथ फ़न भी जोड़ना जरूरी है
जेमिमाह का इंटर्नल स्ट्रेस रिलीफ़ विधि बहुत कूल है
हिल्स में बैटिंग और संगीत का कॉम्बिनेशन कम देखे जाते हैं
इसे फैन बेस ने बड़े पैमाने पर सपोर्ट किया
सोशल मीडिया में शेयर और लाइक्स की संख्या इस बात का सबूत है
भविष्‍य में संभव है कि और खिलाड़ी इस तरह के एंट्री लेंगे
कुल मिलाकर यह एक क्रिएटिव परफॉर्मेंस थी जो खेल की परिधि को बढ़ाया
हर कोई अपने टैलेंट को एक्सप्रेस करे तो खेल और जीवन दोनों बेहतर बनेंगे

Rashi Nirmaan
Rashi Nirmaan अक्तूबर 5, 2025 AT 14:14

इस प्रकार के अति-स्वशैली वाले प्रदर्शनों से खेल की शुद्धता पर प्रश्न उठते हैं
राष्ट्रीय स्तर पर हमें व्यावसायिकता और अनुशासन को प्राथमिकता देनी चाहिए
गिटार जश्न को अनावश्यक दर्शनीयता के रूप में देखना चाहिए

fatima blakemore
fatima blakemore अक्तूबर 6, 2025 AT 18:00

सचमुच, खेल में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक महत्वपूर्ण पहलू है
जेमिमाह जैसे खिलाड़ी अपना स्टाइल लेकर आती हैं, जिससे युवा प्रेयरित होते हैं
आलोचना के बजाय समर्थन देना सकारात्मक दिशा में कदम है

vikash kumar
vikash kumar अक्तूबर 7, 2025 AT 21:47

हालांकि शैली की नवाचारी अभिव्यक्तियाँ प्रशंसनीय हैं, परन्तु हमें याद रखना चाहिए कि खेल का मुख्य लक्ष्य जीत है
बिल्कुल, रचनात्मकता का सम्मान किया जाना चाहिए, परन्तु वह खेल के नियमों और परंपराओं के साथ संतुलन बनाए
गिटार जश्न को एक उत्सव के रूप में देखा जा सकता है, परन्तु वह अत्यधिक न हो
यदि प्रत्येक खिलाड़ी अपनी शोभा दिखाने के लिए अलंकृत हो जाता है, तो खेल का गम्भीर स्वर खो सकता है

Anurag Narayan Rai
Anurag Narayan Rai अक्तूबर 9, 2025 AT 01:34

जेमिमाह की दो शतक की उपलब्धियों को देखना वाकई आनंददायक है, और इसके साथ उसका अनोखा जश्न एक सामाजिक संवाद को भी उत्पन्न करता है
हालाँकि कुछ लोग इसे अति-व्यक्तिगत मानते हैं, परंतु इतिहास में कई बार कहा गया है कि कला और खेल का संगम हमेशा नवाचार लाता रहा है
उदाहरण के तौर पर, 1990 के दशक में सॉकर में अपनी गोल का जश्न मनाने वाले खिलाड़ियों ने फैंस को नई ऊर्जा दी थी
इसी प्रकार, जेमिमाह का गिटार पोज़ अब एक पहचान बन चुका है, और वह युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा का स्रोत हो सकता है
समुदाय का समर्थन या विरोध, दोनों ही इस बात को दर्शाते हैं कि खेल में भावनात्मक अभिव्यक्ति की जगह बढ़ रही है
यदि बॉलिंग पर अधिक ध्यान दिया जाता तो शतक संभव नहीं होता, और साथ ही वह रचनात्मक जश्न उसके मानसिक संतुलन को दर्शाता है
अंत में, इसका प्रभाव विज्ञापन और ब्रांडिंग में भी दिखेगा, क्योंकि कंपनियां ऐसी नयी पहचान को अपनाना चाहेंगी

Sandhya Mohan
Sandhya Mohan अक्तूबर 10, 2025 AT 05:20

जेमिमाह की कहानी हमें दिखाती है कि व्यक्तिगत जुनून और पेशेवर सफलता साथ-साथ चल सकती हैं
संगीत के साथ इस तरह की अभिव्यक्ति, खेल को सामाजिक कला बनाती है
ऐसे आयाम में दर्शकों का जुड़ाव और भी गहरा हो जाता है

Prakash Dwivedi
Prakash Dwivedi अक्तूबर 11, 2025 AT 09:07

मैं देखता हूँ कि यह ट्रेंड फैंस को और अधिक आकर्षित कर रहा है, लेकिन क्या यह पूरी तरह से सकारात्मक है?

Rajbir Singh
Rajbir Singh अक्तूबर 12, 2025 AT 12:54

समझदारी से देखो तो जेमिमाह का तरीका थोड़ा अति-अधिक है, खेल में मूलभूत चीज़ें झांकती नहीं चाहिए

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