एलेक्स केरी ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ दो शानदार कैच लगाए

एलेक्स केरी ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ दो शानदार कैच लगाए
23 अक्तूबर 2025 Anand Prabhu

जब एलेक्स केरी, ऑस्ट्रेलिया के बट्समैन ऑस्ट्रेलिया राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने 2025 के ICC Champions Trophy में इंग्लैंड के दो मुख्य बल्लेबाज़ों को एक-हाथ के डाइव कैच से आउट किया, तो पूरी क्रिकेट दुनिया में तुरन्त चर्चा छा गई। यह घटना टूर्नामेंट के चौथे मैच में हुई, जहाँ ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों ही अपने-अपने पहले खेल को खेलने वाले थे। दो चौंकाने वाले फील्डिंग डिसमिस़ल ने न केवल मैच के स्कोर को बदल दिया, बल्कि केरी को एक आउटफील्डर के रूप में नई पहचान भी दिलाई।

पृष्ठभूमि और टूर्नामेंट का महत्व

ICC Champions Trophy 2025 को ICC Champions Trophy 2025वेस्ट इंडिया, सेंट्रल स्टेडियम के मंच पर आयोजित किया गया था। यह क्वाड्रेनियल वन-डे टुर्नामेंट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का एक प्रमुख इवेंट है, जिसमें शीर्ष आठ टीमों का मुकाबला होता है। पिछले संस्करण की यादें अभी भी ताज़ा हैं—2017 में भारत ने मैच‑विनिंग कैचों से जीत हासिल की थी, इसलिए इस बार भी फील्डिंग को बहुत अहम माना गया था।

ऑस्ट्रेलिया टीम ने शुरुआती टूर्नामेंट में अपनी बॉलिंग लाइन‑अप को मजबूत करने की रणनीति अपनाई थी, जबकि इंग्लैंड ने अपने ओपनर को तेज़ शुरूआत के लिए तैयार किया था। दोनों ही देशों की टीमों में कई अनुभवी खिलाड़ी थे, पर केरी का नाम आमतौर पर विकेटकीपर के रूप में ही सुना जाता था।

मैच की मुख्य घटनाएँ

मैच की पहली पारी में इंग्लैंड ने फिल सॉल्ट को ओपनर बना कर शुरुआत की। सॉल्ट ने अपनी तेज़ बल्लेबाज़ी से शुरुआती ओवरों में कुछ रन नहीं बनाए, लेकिन उसका आक्रमणात्मक स्वभाव ऑस्ट्रेलियाई फील्डर्स को सतर्क कर रहा था। तीसरे ओवर के बाद, केरी ने मिल‑ऑन (mid‑on) पर पूरी लंबाई का डाइव करके एक‑हाथ के शानदार कैच से सॉल्ट को बाहर कर दिया। यह कैच Wisden की रिपोर्ट में "डाइव फुल‑लेंथ टू टेक वन‑हैंडेड कैच" के रूप में वर्णित किया गया था।

पहला कैच के बाद, इंग्लैंड ने अपना संयोजन बदलते हुए हेरि ब्रुक को क्रमांक 4 पर भेजा। ब्रुक ने थोड़ी देर के लिए शॉट्स में हाथ आज़माया, लेकिन फिर भी केरी ने वही फील्डिंग पोज़ीशन पर एक और शानदार डाइव कैच किया, जिससे ब्रुक भी आउट हो गया। दोनों कैचें लगभग एक ही ओवर में ली गईं, जिससे इंग्लैंड के स्कोर पर अचानक झटका लगा।

इन दो झटकों के बीच, ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ जॉश इंग्लिस ने बेहतरीन 120 रन बनाए, जिससे टीम को एक मजबूत लक्ष्य मिला। परिणामस्वरूप ऑस्ट्रेलिया ने 298/5 का लक्ष्य बनाकर विजयी रहा।

केरी की दो अद्भुत कैच

  • पहला कैच: फिल सॉल्ट को मिल‑ऑन पर पूर्ण लंबाई के डाइव से एक‑हाथ के साथ लिया गया।
  • दूसरा कैच: हेरि ब्रुक को वही पोज़ीशन पर कूदकर लेफ्ट‑हैंड से मारते हुए आउट किया।

केरी का यह प्रदर्शन केवल तकनीकी नहीं, बल्कि शारीरिक दृढ़ता का भी प्रमाण था। वह आम तौर पर विकेटकीपर की भूमिका में रहता है, लेकिन इस मैच में वह “स्पेशलिस्ट बैटर” के रूप में फील्ड पर था, जिससे इस आउटफील्डर कैच का महत्व और बढ़ गया। Cricket.com.au ने रिपोर्ट किया कि यह केरी का ODI में आउटफ़ील्डर के रूप में पहला कैच था।

खिलाड़ियों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएँ

मैच के बाद, ऑस्ट्रेलिया के कप्तान अर्नोल्ड पॉलर ने कहा, "केरी ने हमें ऊर्जा दी। उसकी फील्डिंग ने हम सबको प्रेरित किया और इंग्लैंड की योजना को ध्वस्त कर दिया।" वहीं इंग्लैंड के कोच डैनी सॉवर ने स्वीकार किया, "सॉल्ट और ब्रुक के आउट होने से हमें पुनः योजना बनानी पड़ेगी, लेकिन केरी की डाइविंग फील्डिंग ने सच में सबको चकित कर दिया।"

पूर्व भारत के क्रिकेटर सिलवेस्टर मोहाण ने टीवी विश्लेषण में कहा, "एक‑हाथ का डाइविंग कैच इतना कठिन नहीं होता, लेकिन सही टाइमिंग और दृश्यता के साथ इसे करना बहुत कम ही दिखता है। इस तरह के क्षण युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनते हैं।"

भविष्य की ओर नज़र

इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया का ग्रुप‑स्टेज में मजबूत पोज़िशन बन गया है। अगले मैच में उन्हें इंडिया का सामना करना पड़ेगा, जहाँ दोनों ही टीमें टॉप‑फॉर्म में हैं। केरी की फील्डिंग ने यह सवाल पैदा किया कि क्या वह भविष्य के मैचों में भी आउटफ़ील्डर की भूमिका अपनाएगा। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि इस प्रकार की बहुमुखी प्रतिभा टीम की रणनीति में नया मोड़ ला सकती है।

इंग्लैंड के कोचिंग स्टाफ ने कहा है कि वे अगली पारी में बॉलिंग के साथ-साथ फील्डिंग स्ट्रेटेजी को दोबारा डिजाइन करेंगे, ताकि इस तरह के अनपेक्षित फील्डिंग क्षणों को रोका जा सके।

मुख्य तथ्य

  • केरी ने दो एक‑हाथ के डाइविंग कैच लिए
  • विपक्षी बल्लेबाज़: फिल सॉल्ट और हेरि ब्रुक
  • टूर्नामेंट: ICC Champions Trophy 2025
  • ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख स्कोरर: जॉश इंग्लिस (120 रन)
  • मैच की तिथि: 5 मार्च 2025 (ग्रुप स्टेज, मैच 4)

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

एलेक्स केरी की यह कैच ऑस्ट्रेलिया की जीत में कितना महत्वपूर्ण थी?

केरी की दोनों कैचों ने इंग्लैंड के शुरुआती स्कोर को लगभग 30 रनों से घटा दिया, जिससे ऑस्ट्रेलिया को chase करने में बड़ा फायदा मिला। जॉश इंग्लिस के 120 रन के साथ मिलकर यह जीत में निर्णायक भूमिका निभाई।

क्या यह केरी का पहला आउटफ़ील्डर कैच था?

हां, Cricket.com.au की रिपोर्ट के अनुसार, यह केरी का ODI में आउटफ़ील्डर के रूप में पहला कैच था। पहले वह अधिकांश मैचों में विकेटकीपर की भूमिका निभाते आए हैं।

इंग्लैंड की अगली मैच में कौन-सी सुधारात्मक रणनीति अपनाई जा सकती है?

इंग्लैंड के कोच ने फील्डिंग के साथ बॉलिंग की लाइन को बदलने की बात कही है। वे तेज़ रिफ़रिशर बॉल और स्लिप में अतिरिक्त खिलाड़ी रखकर केरी जैसी डाइविंग कैचों को रोकने की कोशिश करेंगे।

ICC Champions Trophy 2025 में अब तक कितने मैच खेले जा चुके हैं?

टूर्नामेंट का पहला मैच 5 मार्च को शुरू हुआ, और केरी के प्रदर्शन वाले यह चौथा मैच है। इस हिसाब से अब तक चार मैच पूर्ण हो चुके हैं।

क्या केरी की फील्डिंग शैली भविष्य में ऑस्ट्रेलिया की रणनीति को बदल सकती है?

विशेषज्ञों का मानना है कि केरी की बहु-भूमिका उसे टीम में अधिक लचीलापन देती है। यदि वह भविष्य में नियमित रूप से आउटफ़ील्डर के रूप में खेलता रहा, तो ऑस्ट्रेलिया की फील्डिंग सेट‑अप में बदलाव आ सकता है, जिससे विरोधी टीमों को अतिरिक्त चुनौती मिलेगी।

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1 टिप्पणि

Chhaya Pal
Chhaya Pal अक्तूबर 23, 2025 AT 23:04

ऐसै फील्डिंग पलों में खिलाड़ी की ऊर्जा साफ नजर आती है।
केरी ने दो एक‑हाथ कैचों से मैच की दिशा बदल दी।
जब वह मिड‑ऑन पर दौड़ा, तो उसकी गतिशीलता दर्शकों को चकाचौंध कर गई।
ऐसे क्षण टीम के मनोबल को ऊँचा उठाते हैं।
ऑस्ट्रेलिया की रणनीति में अब आउटफ़ील्डर की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण होगी।
इंग्लैंड की योजना पर अचानक असर पड़ता है, जिससे विरोधी को रिफ़ॉर्म करना पड़ता है।
यह देखना दिलचस्प है कि कोचिंग स्टाफ इस डेटा को कैसे उपयोग करेंगे।
भविष्य के मैचों में केरी जैसी बहुमुखी प्रतिभा टीम की लचीलापन बढ़ाएगी।
युवा खिलाड़ियों को भी ऐसे पलों से प्रेरणा मिलती है।
क्रिकेट केवल बैटिंग और बॉलिंग नहीं, फील्डिंग भी जीत का कारक बन सकती है।
कई विशेषज्ञ इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि फील्डिंग को अब नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
ऐसी डाइविंग कैचों में टाइमिंग, दूरी और रिफ़्लेक्स सबका मिलाजुला परिणाम होता है।
केरी ने इस मैदान में अपना नया पहचान बना ली है।
ऐसे उपलब्धियों से टीम के भीतर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ती है।
अंत में, फैन बेस भी ऐसे मोमेंट्स से और जुड़ा महसूस करता है।

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