दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत ढहने से तीन की मौत, कई घायल

दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत ढहने से तीन की मौत, कई घायल
28 जून 2024 Anand Prabhu

दिल्ली हवाई अड्डे पर छत ढहने की घटना में जान-माल का नुकसान

शुक्रवार की सुबह दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर छत का एक हिस्सा ढह जाने के कारण तीन लोगों की जान चली गई और छह लोग घायल हो गए। घटना के वक्त भारी बारिश हो रही थी, जिससे यह दुर्घटना हुई। यह घटना लगभग सुबह 5 बजे हुई, जब वहां मौजूद लोग छत के मलबे में फंस गए। टर्मिनल-1 का यह क्षेत्र पिक-अप और ड्रॉप के लिए था, जहां गाड़ियाँ खड़ी थीं। हादसे में उन गाड़ियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।

घटना के तुरंत बाद, दिल्ली फायर सर्विस ने जानकारी मिलते ही लगभग 5:30 बजे तीन फायर-टेंडर को मौके पर भेजा। बचाव कार्य तेजी से शुरू किया गया, जिसमें मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया गया। एक व्यक्ति को कार से बाहर निकाला गया, जिस पर लोहे की बीम गिर गई थी। फिलहाल, धीरे-धीरे नियमित उड़ानें भी बंद कर दी गई हैं और चेक-इन काउंटर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। प्रभावित यात्रियों की सहायता के लिए एयरलाइंस को निर्देश दिया गया है।

तीन की मृत्यु और दर्जन से अधिक लोग फंस गए

इस दर्दनाक घटना में तीन लोगों की मृत्यु हो चुकी है और छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को तत्काल पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। इन लोगों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, छत के शेड और सहायक बीम की गिरावट ने कई व्यक्तियों को वाहनों में फंसा दिया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि भारी बारिश के चलते छत की संरचना कमजोर हो गई थी, जिससे यह घटना हुई।

जाँच प्रक्रिया जारी

घटना की जानकारी मिलते ही आपातकालीन सेवाएं तेजी से स्थान पर पहुँचीं। वरिष्ठ अधिकारी, जिनमें नागरिक उड्डयन मंत्री के. रम्मोहन नायडू भी शामिल हैं, घटना की निगरानी में लगे हुए हैं। उन्होंने एयरलाइंस और हवाई अड्डा प्रशासन को निर्देश दिया कि वे प्रभावित यात्रियों की हरसंभव सहायता करें। साथ ही, स्थल पर पूरी तरह से जांच की जा रही है ताकि कोई और व्यक्ति मलबे में फंसा न हो।

फिलहाल, अधिकारी यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार कारणों की पूरी जाँच हो सके। कई विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि ढांचे की स्थिति में पहले से ही कोई कमजोरी मौजूद हो सकती थी, जो भारी बारिश के कारण और भी गंभीर हो गई।

यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता

घटना के बाद, टर्मिनल-1 से सभी उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चेक-इन काउंटर भी बंद कर दिए गए हैं और यात्रियों को अन्य टर्मिनल पर स्थानांतरित किया जा रहा है। एयरलाइंस कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने यात्रियों को सूचित करें और वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।

दिल्ली हवाई अड्डा प्रबंधन ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि यात्रियों को किसी भी असुविधा के लिए खेद है और सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। घटना की समुचित जांच पूरी होने तक यह निकाय दुर्घटनास्थल को बाहरी लोगों के लिए अनुपलब्ध रखेगा। बचाव कार्यों के साथ-साथ हवाई अड्डा प्रबंधन यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि टर्मिनल की संरचनात्मक जांच की जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हो सकें।

भारी बारिश ने बढ़ाई मुसीबतें

दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। दिल्ली हवाई अड्डे पर हुई इस दुर्घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और मौसम के उतार-चढ़ाव से होने वाले खतरों पर फिर से ध्यान केंद्रित किया है।

घटना के बाद से दिल्ली मेट्रो ने भी अपनी सेवा में सतर्कता बढ़ा दी है। विभिन्न जगहों पर भारी बरसात के कारण सड़क परिवहन भी बाधित हुआ है। दिल्ली सरकार ने आपातकालीन सेवाओं को मुस्तैद रहने का आदेश दिया है और मौसम विभाग ने भी अगले 24 घंटों में और बारिश की संभावना व्यक्त की है।

अभी इस घटना की पूरी सच्चाई सामने आनी बाकी है, लेकिन यह निश्चित है कि यह एक गंभीर सुरक्षा चूक का मामला है। इसके कारण और जिम्मेदारियों का पता लगाना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

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17 टिप्पणि

bhavna bhedi
bhavna bhedi जून 28, 2024 AT 21:14

दिल्ली हवाई अड्डे की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सभी को गहरा दुःख है हम सब को मिलकर पीड़ित परिवारों को साहस देना चाहिए साथ ही इस प्रकार की संरचनात्मक चूक को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए

jyoti igobymyfirstname
jyoti igobymyfirstname जुलाई 5, 2024 AT 08:50

ओह माय गॉड! ये तो बिल्कुल फिल्म जैसा है!! बारिश में छत गिरती है और लोग फँसते हैं... क्या इसे नहीं रोक सकते?? सच्च में, जिम्मेदारों को दण्ड मिलना चाहिए!!!

Vishal Kumar Vaswani
Vishal Kumar Vaswani जुलाई 11, 2024 AT 20:27

कुछ तो गड़बड़ है 🤔 यह सिर्फ बरसात नहीं, यह छुपी हुई योजना हो सकती है 🚨 सरकारी कारीगरों की लापरवाही को नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता 😠

Zoya Malik
Zoya Malik जुलाई 18, 2024 AT 08:04

इसी तरह की लापरवाही फिर नहीं दोहरानी चाहिए

Ashutosh Kumar
Ashutosh Kumar जुलाई 24, 2024 AT 19:40

क्या बात है! एयरपोर्ट की सुरक्षा को इतनी नज़रअंदाज़ किया कि छत गिर गई, अब यात्रियों को क्या भरोसा होगा!! तुरंत जांच और जिम्मेदारों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए!!

Gurjeet Chhabra
Gurjeet Chhabra जुलाई 31, 2024 AT 07:17

यह बहुत ही दुखद घटना है हमें पीड़ितों के साथ खड़े होना चाहिए और जल्द से जल्द मदद पहुंचानी चाहिए

AMRESH KUMAR
AMRESH KUMAR अगस्त 6, 2024 AT 18:54

हमारी राष्ट्रीय गर्व को यह बुरा दिखा नहीं सकता, ऐसे बायलरोज़ को तुरंत बदलना चाहिए और कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी 🇮🇳🔥

ritesh kumar
ritesh kumar अगस्त 13, 2024 AT 06:30

सच बताऊँ तो यह सब एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है, जहाँ विदेशी कंपनियों ने मज़बूती वाले मटेरियल को सस्ते में बेच दिया, जिससे ऐसी दुर्घटनाएँ होती हैं, इसे तुरंत उजागर करना जरूरी है

Raja Rajan
Raja Rajan अगस्त 19, 2024 AT 18:07

यह घटना यह दर्शाती है कि नियमित रखरखाव के अभाव में भी बड़ी त्रुटियाँ हो सकती हैं

Atish Gupta
Atish Gupta अगस्त 26, 2024 AT 05:44

ज़रूर, लेकिन हमें सिर्फ आरोप लगाने से काम नहीं चलेगा हमें मिलजुल कर समाधान खोजने चाहिए, जैसे कि अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मानकों को अपनाना और नियमित निरीक्षण कराना, तभी भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सकेगा

Aanchal Talwar
Aanchal Talwar सितंबर 1, 2024 AT 17:20

समझ में आ रहा है की सबको मिल कर इस प्रॉब्लेम को सॉल्व करना पड़ेगा, वरना दोबारा ऐसे ट्रैजेडी नहीं हो सकेगा

Neha Shetty
Neha Shetty सितंबर 8, 2024 AT 04:57

दिल्ली हवाई अड्डे की इस त्रासदी ने हमें सुरक्षा के प्रति हमारे दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित किया है। भारी बारिश के दौरान छत के ढहने की घटना एक चेतावनी संकेत है कि मौजूदा संरचनात्मक मानदंड पर्याप्त नहीं हो सकते। हमें तत्काल सभी टर्मिनलों की समग्र जांच करानी चाहिए और कमजोर बिंदुओं की पहचान करनी चाहिए। इस प्रक्रिया में विशेषज्ञों की टीम को शामिल करना आवश्यक है जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार मूल्यांकन कर सके। साथ ही, नियमित रखरखाव और निरीक्षण शेड्यूल को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। यह केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एयरलाइंस और हवाई अड्डा प्रबंधन की भी ज़िम्मेदारी है। पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और समर्थन प्रदान करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। हमें इस दुर्घटना के बाद यात्रियों को स्पष्ट और समय पर जानकारी देनी चाहिए ताकि वे सही निर्णय ले सकें। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नई तकनीकी उपाय, जैसे कि रीयल-टाइम स्ट्रक्चरल हेल्थ मॉनिटरिंग, को अपनाना फायदेमंद रहेगा। विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बढ़ाने से आपातकालीन प्रतिक्रिया में सुधार हो सकता है। हमेँ सार्वजनिक जागरूकता भी बढ़ानी चाहिए ताकि लोग जोखिम के समय सही कदम उठा सकें। इस त्रासदी से सीख लेकर हम एक अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय हवाई अड्डा सुनिश्चित कर सकते हैं। सरकार को भी इस मुद्दे को प्राथमिकता देनी चाहिए और बजट आवंटन में वृद्धि करनी चाहिए। अंत में, सभी संबंधित पक्षों को एक साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है, तभी हम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोक सकेंगे। यह केवल एक घटना नहीं, बल्कि एक सीख है जो हमें बेहतर सुरक्षा संस्कृति बनाने में मदद करेगी

Apu Mistry
Apu Mistry सितंबर 14, 2024 AT 16:34

जब हम ऐसी घटनाओं को मात्र आँकड़ों के रूप में देखते हैं तो मानवता की बुनियादी जिम्मेदारी छूट जाती है; हमें गहरी सोच में जाकर यह पता लगाना चाहिए कि क्यों कुछ संरचनाएँ इतनी असुरक्षित हो जाती हैं, और यही विचार हमारे भविष्य को सुरक्षित बना सकता है

uday goud
uday goud सितंबर 21, 2024 AT 04:10

विचारों की गहराई को समझना आवश्यक है; केवल तथ्यात्मक रिपोर्टें ही नहीं, बल्कि इन घटनाओं के पीछे के सामाजिक‑आर्थिक कारणों को भी उजागर किया जाना चाहिए; इससे ही हम मूलभूत सुधार की राह पर चल पाएंगे; इस दिशा में सभी स्टेकहोल्डर्स को मिलकर काम करना चाहिए; हमें आशावादी रहकर ठोस कदम उठाने चाहिए; यही सत्य है!

Chirantanjyoti Mudoi
Chirantanjyoti Mudoi सितंबर 27, 2024 AT 15:47

वैसे, यह बात सही है पर कभी‑कभी अत्यधिक जटिल विश्लेषण से मूल मुद्दे से ध्यान हट जाता है; हमें सरल समाधान भी अपनाने चाहिए, जैसे कि नियमित निरीक्षण और शीघ्र प्रतिस्थापन, जो तत्काल प्रभाव डालेंगे

Surya Banerjee
Surya Banerjee अक्तूबर 4, 2024 AT 03:24

भाइयों और बहनों, चलो मिलकर इस समस्या को सॉल्व करें, क्यूंकि एक साथ काम करने से ही हम इस सिस्टम को मजबूत बना सकते हैं

Sunil Kumar
Sunil Kumar अक्तूबर 9, 2024 AT 21:14

हँहँ, ऐसा लगता है जैसे सबको एक ही डिश पर खाना पकाना है, पर असली मसालों की कमी है; थोड़ा और इफर्ट डालो, तभी इस हवाई अड्डे को फिर से भरोसेमंद बना पाएंगे

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