Azim Premji Scholarship 2025: आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर, 2025

Azim Premji Scholarship 2025: आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर, 2025
29 सितंबर 2025 Anand Prabhu

जब Azim Premji Foundation ने Azim Premji Scholarship 2025ऑनलाइन की घोषणा की, तो कई पारिवारिक वित्तीय झंझटों में फँसी लड़कियों ने राहत की सांस ली। इस योजना में प्रत्येक छात्रा को वार्षिक ₹30,000 सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाएगा, और यह सहायता उनके प्रथम स्नातक या डिप्लोमा कोर्स की पूरी अवधि तक जारी रहेगी। 

Anita Sharma
, जो इस फाउंडेशन की डायरेक्टर हैं, ने कहा, “हमारा लक्ष्य शिक्षा के मंच को सभी लड़कियों के लिए समान बनाना है, चाहे उनका समाज‑आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो।” समय की सुनहरी घड़ी अब 30 सितंबर 2025, रात 11:59 PM है – इस बाद की कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं होगी।

पृष्ठभूमि और मौजूदा संदर्भ

भारत में लड़कियों की उच्च शिक्षा की भागीदारी पिछले दो दशकों में बढ़ी है, फिर भी ग्रामीण और सरकारी स्कूलों से निकली छात्राएँ अक्सर आर्थिक बाधाओं का सामना करती हैं। Madhya Pradesh, Rajasthan के कुछ जिलों और Itki block, Ranchi, Jharkhand में इस असमानता का असर स्पष्ट रूप से दिखता है।

इन क्षेत्रों को लक्षित करने का विचार फाउंडेशन की पूर्व छात्रवृत्ति योजनाओं और राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे सरकारी प्रयासों से प्रेरित है। इसी सन्दर्भ में, पिछले साल Karnataka Government ने फाउंडेशन के साथ मिलकर Deepika Student Scholarship लॉन्च किया, जो 37,000 लड़कियों को वार्षिक ₹30,000 प्रदान करता है। इस साझेदारी ने दिखा दिया कि प्रदेश‑स्तर के पहलें राष्ट्रीय स्तर की छात्रवृत्ति मॉडल को सुदृढ़ कर सकती हैं।

छात्रवृत्ति के प्रमुख विवरण

  • भुगतान: प्रत्येक छात्रा को वार्षिक ₹30,000, सीधे बैंक खाते में, कोर्स की समाप्ति तक।
  • अवधि: पहला वर्ष (पहले‑स्नातक या डिप्लोमा) के लिये ही पात्रता, क्रमागत वर्षों में दोबारा आवेदन नहीं किया जा सकता।
  • कुल लाभार्थी: 2025‑26 शैक्षणिक सत्र में लगभग 12,000 पात्र छात्राएँ अपेक्षित हैं।
  • भुगतान तंत्र: फाउंडेशन के वित्तीय विभाग द्वारा ट्रांसफर, आवेदन के आधिकारिक दस्तावेज़ के सत्यापन के बाद।

इन शर्तों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सहायता केवल पहली बार कॉलेज प्रवेश ले रही उन लड़कियों तक पहुँचे, जो वास्तव में आर्थिक बोझ से ग्रसित हैं।

पात्रता मानदंड और आवेदन प्रक्रिया

लगभग सभी इच्छुक छात्राएँ को तीन मुख्य स्तंभों को पूरा करना है:

  1. 10वीं और 12वीं कक्षा के परिणाम सरकारी स्कूल या मान्यता‑प्राप्त खुले स्कूलों से, और 2023‑24 या उससे पहले के हों।
  2. 2025‑26 शैक्षणिक सत्र के लिए मान्यता‑प्राप्त विश्वविद्यालय या निजी कॉलेज में प्रथम वर्ष में प्रवेश। कोर्स की अवधि 2‑5 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  3. उपर्युक्त राज्यों‑प्रदेशों (Madhya Pradesh, select districts of Rajasthan & Uttar Pradesh, Itki block‑Ranchi) के निवासी होना अनिवार्य है।

आवेदन के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहाँ Azim Premji Scholarship 2025 लिंक पर क्लिक करके पंजीकरण फ़ॉर्म भरना है। प्रक्रिया में फोटो, आधार कार्ड, 10वीं‑12वीं के मार्कशीट, बैंक पासबुक की स्कैन कॉपी और प्रवेश प्रमाणपत्र (प्रोविज़नल या बॉनाफाइड) अपलोड करना शामिल है। सभी फ़ाइलें PDF/PNG/JPG में, आकार 30 KB‑500 KB के बीच होनी चाहिए।

Buddy4Study ने कहा है कि इस आवेदन में कोई शुल्क नहीं है, जबकि कुछ अन्य पोर्टलों में “आवेदन शुल्क” का उल्लेख मिलता है – यह विरोधाभास अभी भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन फाउंडेशन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से निःशुल्क है।

प्रतिक्रियाएँ और प्रतिपुष्टि

रजिस्ट्रीशन शुरू होने के बाद से कई छात्राएँ और उनके परिवारों ने उत्सुकता जताई है। Ritu Sharma, जो Itki block की 19‑वर्षीय छात्रा हैं, ने कहा, “अगर इस सहायता से हमें पढ़ाई जारी रखने का भरोसा मिला, तो हम अपने भविष्य को लेकर आशावादी महसूस करती हैं।”

दूसरी ओर, कुछ शैक्षिक विशेषज्ञों ने प्रक्रिया को सरल बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। Dr. Arvind Patel, शिक्षा नीति के विश्लेषक, ने टिप्पणी की, “डिजिटल अडैप्टेशन में समस्या वाले ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ऑफ़लाइन सहायता केंद्र स्थापित करना आवश्यक होगा।”

भविष्य की दिशा और संभावित प्रभाव

यदि इस छात्रवृत्ति को पूरी तरह से लागू किया गया, तो अगले पाँच वर्षों में अनुमानित 60,000 से अधिक लड़कियों को उच्च शिक्षा के दरवाज़े खुले रहेंगे। यह न केवल व्यक्तिगत विकास होगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए भी ‘शिक्षा‑आधारित सशक्तिकरण’ का एक बड़ा कदम होगा।

फाउंडेशन ने बताया है कि 2026‑27 में छात्रवृत्ति का विस्तार करने की योजना है, जिसमें अतिरिक्त राज्य‑स्तर के साझेदारियों को जोड़ने की संभावना है। साथ ही, Bengaluru के मुख्य कार्यालय से निरंतर निगरानी और प्रतिपुष्टि तंत्र स्थापित किया जाएगा, जिससे कार्यक्रम की पारदर्शिता बनी रहे।

Frequently Asked Questions

Frequently Asked Questions

क्या इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन शुल्क है?

नहीं, Azim Premji Foundation ने स्पष्ट किया है कि आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क है। कुछ थर्ड‑पार्टी पोर्टल पर शुल्क का उल्लेख भ्रम के कारण है, पर आधिकारिक साइट पर कोई शुल्क नहीं दिखता।

कौन‑सी राज्यों में छात्राएँ इस सुविधा के लिये पात्र हैं?

मुख्य रूप से Madhya Pradesh, राजस्थान के चयनित जिले, उत्तर प्रदेश के कुछ जिले, और Jharkhand के Itki block‑Ranchi। इन क्षेत्रों की छात्राएँ 10वीं‑12वीं सरकारी स्कूल से पास होकर प्रथम वर्ष में प्रवेश लेती हैं, तो वे पात्र हैं।

वित्तीय समर्थन किस तरह ट्रांसफर किया जाता है?

छात्रा के प्रदान किए गए बैंक खाते में प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत में ₹30,000 सीधे ट्रांसफर किया जाता है। इस प्रक्रिया की पुष्टि के लिए फाउंडेशन ने आधिकारिक दस्तावेज़ में विस्तृत प्रोटोकॉल दिया है।

हम इस छात्रवृत्ति को कैसे ट्रैक कर सकते हैं?

आवेदन के सफलतापूर्वक जमा होने के बाद एक ट्रैकिंग आईडी मेल में भेजी जाती है। इस आईडी को फाउंडेशन की वेबसाइट पर दर्ज करके आवेदन की स्थिति देखी जा सकती है।

क्या दीपिका छात्रवृत्ति के साथ कोई ओवरलैप हो सकता है?

दीपिका छात्रवृत्ति मुख्यतः Karnataka के छात्राओं के लिये है, जबकि Azim Premji Scholarship किन्हीं विशेष राज्यों के लिए है। यदि छात्रा दोनों राज्यों में पात्र हो, तो उन्हें दोनों योजनाओं के नियमों के अनुसार चयन किया जाएगा, पर दोहरी वित्तीय सहायता नहीं दी जाएगी।

12 टिप्पणि

Maneesh Rajput Thakur
Maneesh Rajput Thakur सितंबर 29, 2025 AT 21:13

देखिए, सरकार की इस छात्रवृत्ति योजना में एक छुपा हुआ मकसद हो सकता है।
अक्सर ऐसे बड़े प्रोजेक्ट्स को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया जाता है, और आम जनता को बस लाभ दिखाया जाता है।
वास्तव में, फंड का वितरण सावधानी से न देखी तो अधिकारी वर्ग के हाथों में ही रहता है।
इसलिए हर आवेदन को ठीक से जांचना जरूरी है।

ONE AGRI
ONE AGRI अक्तूबर 6, 2025 AT 22:43

देश में आज के युवा लड़कियों के लिए यह छात्रवृत्ति एक स्वर्णिम अवसर है, जिसकी जरूरत हमने हमेशा महसूस की है। यह योजना न केवल आर्थिक बोझ घटाती है, बल्कि भारत की शक्ति को भविष्य की शिक्षित महिला कार्यशक्तियों से सुदृढ़ करती है। जब हम अपने गाँव‑गांव में इस तरह की सहायता देखते हैं, तो हमारा दिल गर्व से भर जाता है। हमें यह याद रखना चाहिए कि शिक्षा के माध्यम से ही हमारा राष्ट्र मजबूत बनता है, और यह फाउंडेशन इस दिशा में एक बड़ा कदम उठा रहा है। इस योजना की वजह से कई परिवारों को आर्थिक असुरक्षा से बाहर निकलने की आशा मिली है, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा। हमारी सरकार और निजी संस्थाएँ इस प्रकार की साझेदारी को आगे भी बढ़ाएँ, तभी हम सच्चे विकास की राह पर चल पाएँगे। इस छात्रवृत्ति से जुड़ी सभी प्रक्रियाएँ पारदर्शी होनी चाहिए, ताकि कोई भी प्रतिभागी धोखा न महसूस करे। संघर्षरत परिवारों को इस पहल की जानी चाहिए, क्योंकि यह उनके बचपन की निराशा को दूर कर सकती है। इस पहल के पीछे राष्ट्रभक्ति की भावना साफ़ झलकती है, और हमें इसे पूरे देश में फैलाना चाहिए। अंत में, हम सभी को इस कार्यक्रम को समर्थन देना चाहिए, ताकि हर भारतीय लड़की को अपनी पढ़ाई के सपने पूरे करने का अवसर मिले।

Himanshu Sanduja
Himanshu Sanduja अक्तूबर 14, 2025 AT 00:13

भाई, ये पहल वाकई सराहनीय है। जो लड़कियों को आर्थिक बोझ झेलना पड़ता है, उनके लिए ये बड़ी राहत होगी। फॉर्म भरने में थोड़ा ध्यान रखना होगा, खासकर दस्तावेज़ का फ़ॉर्मेट। अगर कोई दिक्कत आए तो हम सब मिलकर मदद कर सकते हैं। आशा है ज्यादा से ज्यादा महिलाएँ इसका फायदा उठाएँगी।

Kiran Singh
Kiran Singh अक्तूबर 21, 2025 AT 01:43

वाह! पढ़ाई के सपने को सच करने का इतना बड़ा कदम देखकर दिल खुश हो गया 😊। ऐसे प्रोजेक्ट्स हमारी युवा पीढ़ी को प्रेरित करते हैं। आवेदन प्रक्रिया अगर जटिल लगती है तो दोस्ती से मदद माँग लो। हर साल का यह दान बहुत मायने रखता है। चलिए, सभी को शुभकामनाएँ देते हैं! 🎉

Balaji Srinivasan
Balaji Srinivasan अक्तूबर 28, 2025 AT 02:13

मैं इस योजना को देख कर आशावाद महसूस कर रहा हूँ। ग्रामीण क्षेत्रों में कई लड़कियों को यह मदद चाहिए। फॉर्म में सही जानकारी देना महत्वपूर्ण है। उम्मीद है कि चयन प्रक्रिया निष्पक्ष होगी। इस पहल से बहुत बदलाव आएगा।

Anurag Narayan Rai
Anurag Narayan Rai नवंबर 4, 2025 AT 03:43

सच में, इस तरह की छात्रवृत्ति ग्रामीण लड़कियों के भविष्य को उज्ज्वल कर देती है। लेकिन एक सवाल उठता है कि क्या सभी योग्य उम्मीदवारों को समान अवसर मिल रहे हैं? हमें यह देखना चाहिए कि चयन मानदंड में कोई अनजाने में असमानता तो नहीं रह गई। यदि प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए तो भरोसा बढ़ेगा। इस पहल का लाभ तभी अधिकतम होगा जब प्रत्येक राज्य के अभिलेख को ठीक से जांचा जाए। इस तरह के प्रोग्राम को विस्तारित करने से पहले स्थानीय स्थितियों को समझना भी महत्वपूर्ण है। अंत में, सभी संबंधित पक्षों को मिलकर इस प्रक्रिया को आसान बनाना चाहिए, ताकि प्रतिभागी आसानी से आवेदन कर सकें।

Sandhya Mohan
Sandhya Mohan नवंबर 11, 2025 AT 05:13

हम सबको यह स्वीकार करना चाहिए कि शिक्षा का अधिकार केवल एक विशेष वर्ग तक सीमित नहीं रहना चाहिए।
जब सरकार और निजी संस्थाएँ मिलकर ऐसी योजनाएँ बनाती हैं, तो यह सामाजिक समानता की दिशा में एक बड़ा कदम होता है।
परन्तु, इस कदम को सही दिशा में ले जाने के लिए हमें कई पहलुओं पर गौर करना जरूरी है।
पहला, चयन प्रक्रियाओं में पारदर्शिता का अभाव कभी‑कभी अंधविश्वास पैदा कर देता है।
दूसरा, ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता की कमी के कारण कई योग्य छात्राएँ इस अवसर से वंचित रह सकती हैं।
तीसरा, फॉर्म भरते समय आवश्यक दस्तावेज़ों की सटीकता पर भी ध्यान देना चाहिए, नहीं तो आवेदन अस्वीकृत हो सकता है।
चौथा, इस प्रकार की छात्रवृत्ति को केवल आर्थिक सहायता के रूप में नहीं, बल्कि एक प्रेरणा के रूप में देखना चाहिए।
पाँचवा, स्थानीय संगठनों को इसमें सहयोगी बनना चाहिए जो आवेदन प्रक्रिया को सरल बना सके।
छठा, यदि हम इस स्कीम को निरंतरता के साथ चलाते हैं, तो पीढ़ी‑दर‑पीढ़ी शिक्षा का स्तर सुधरता रहेगा।
सातवाँ, इस तरह के कार्यक्रमों की सफलता का माप केवल डेटा से नहीं, बल्कि वास्तविक जीवन में बदलाव से होना चाहिए।
आठवाँ, सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि निधि का सही और समय पर ट्रांसफर हो, जिससे छात्राओं को अनावश्यक वित्तीय तनाव न हो।
नौवाँ, हमें यह भी देखना होगा कि क्या इस छात्रवृत्ति के साथ कोई अतिरिक्त बंधन या प्रतिबंध जुड़ा है या नहीं।
दसवाँ, यदि कोई दोहरी सहायता मिलती है, तो उसके नियम स्पष्ट रूप से परिभाषित होने चाहिए।
ग्यारहवाँ, इस पहल के साथ जुड़ी निगरानी प्रणाली को मजबूत किया जाना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार की दुरुपयोग की संभावना कम रहे।
बारहवाँ, अंत में, हमें यह याद रखना चाहिए कि शिक्षा ही एक शक्ति है जो समाज को बदल सकती है, और यह शक्ति हर लड़की को मिलनी चाहिए।

Prakash Dwivedi
Prakash Dwivedi नवंबर 18, 2025 AT 06:43

सिर्फ़ आर्थिक सहायता से ही नहीं, बल्कि छात्रों की मनोवैज्ञानिक समर्थन भी आवश्यक है। इस पहल में भावनात्मक पहलुओं को नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिये। यदि छात्रा को अपने भविष्य के बारे में आशा नहीं होगी, तो वह पूरी तरह से लाभ नहीं उठा पाएगी। इसलिए, व्यक्तिगत परामर्श और मार्गदर्शन का प्रावधान भी होना चाहिए। इस तरह का समर्थन छात्रों की सफलता की दर को बढ़ा सकता है।

Rajbir Singh
Rajbir Singh नवंबर 25, 2025 AT 08:13

ये योजना बहुत अच्छी है। हर लड़की को पढ़ाई का अधिकार मिलना चाहिए। फंड का ट्रांसफर सीधे खाते में होना सुविधाजनक है। आवेदन पूरी तरह निशुल्क है, इसलिए सभी को आज़माना चाहिए। सरकार को इसको और बढ़ाना चाहिए।

Swetha Brungi
Swetha Brungi दिसंबर 2, 2025 AT 09:43

सच में, इस छात्रवृत्ति से कई घरों की आर्थिक बोझ हल्की हो जाएगी। लेकिन साथ ही हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ट्रांसफर में कोई देरी न हो। यदि समय पर राशि नहीं पहुंची तो छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो सकती है। इसलिए फाउंडेशन को समय-सीमा का कड़ाई से पालन करना चाहिए। सभी को इस अवसर के लिए बधाई, और आगे भी ऐसी पहलें जारी रहें।

Govind Kumar
Govind Kumar दिसंबर 9, 2025 AT 11:13

आदरणीय महोदय/महोदया, इस छात्रवृत्ति कार्यक्रम के संदर्भ में मैं आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ। इसका उद्देश्यों के अंतर्गत शिक्षा के सुगम सुलभता को बढ़ावा देना निहित है। आवेदन प्रक्रिया के सभी चरणों को सुस्पष्ट एवं पारदर्शी रूप में प्रस्तुत किया गया है। उक्त योजना के माध्यम से योग्य उम्मीदवारों को वित्तीय समर्थन प्रदान किया जायेगा। आशा है कि इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाया जायेगा।

Shubham Abhang
Shubham Abhang दिसंबर 16, 2025 AT 12:43

भाइयो,, इस स्कीम कू छ,प इ मोका दैता हें, हह, पर ,कभी कभि फॉर्म भरनैं आसान ंह.. ,इमें डॉक्युमेंट्स कू ,सतसाइज, उपयुक्त रूप म़े अप्लोख़ करें,, नहीं तो ,अप्लिकेशन रीबजेक्ट हो जाऐगा.. ,सबको शुभकामनाए.

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