23 मई 2024
अडानी समूह पर लगे आरोप
अडानी समूह पर कथित रूप से निम्न गुणवत्ता कोयला उच्च गुणवत्ता वाला कोयला दिखाकर सप्लाई करने के आरोप लगे हैं। ये आरोप अपराध और भ्रष्टाचार की रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) द्वारा लगाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अडानी ने इंडोनेशियाई कोयला, जिसकी ऊर्जा क्षमता 3,500 कैलोरी प्रति किलोग्राम थी, को तमिलनाडु जनरेशन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (Tangedco) को 6,000 कैलोरी प्रति किलोग्राम के रूप में बेचा।
यह आरोप लगाया गया है कि अडानी ने इस प्रकार लगभग दोगुना मुनाफा कमाया है। 6,000 कैलोरी कोयला उच्च मूल्य का होता है और इसके परिणामस्वरूप, गैस उत्सर्जन गुणकों में बढ़ोतरी होती है।
प्रदूषण का खतरा
निम्न गुणवत्ता वाला कोयला जलाने से अधिक ईंधन की खपत होती है और इससे अधिक प्रदूषण होता है। यह जनस्वास्थ्य और पर्यावरण पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। इस कारण से, उच्च गुणवत्ता वाले ईंधनों की मांग होती जो कम प्रदूषण फैलाते हैं।
अडानी समूह ने इन आरोपों को खारिज किया है और उनका दावा है कि उनके सप्लाई किया गया कोयला विभिन्न परीक्षणों में पास हुआ है। उन्होंने कहा कि कोयले की गुणवत्ता की टेस्टिंग कई एजेंसियों द्वारा की गई थी, जिनमें कस्टम्स अधिकारी और Tangedco वैज्ञानिक भी शामिल हैं।
कंपनी की प्रतिक्रिया
अडानी समूह ने एक बयान जारी करते हुए इन आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि उनकी सभी प्रक्रियाएं पूरी पारदर्शिता से की जाती हैं। उनके अनुसार, कोयले की गुणवत्ता की जांच विभिन्न बिंदुओं पर की जाती है और इसमें कोई कपट नहीं है। समूह ने कहा कि उनके द्वारा सप्लाई किया गया कोयला सभी मानकों को पूरा करता है।
वित्तीय प्रभाव
इस विवाद के बावजूद, अडानी समूह की कंपनियों के शेयर दिन के अंत में रिकवर हो गए। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 0.6% बढ़कर ₹ 3,134.75 पर बंद हुए, जबकि दिन के इन्ट्रा-डे लो ₹ 3,075 पर थे।
निष्कर्ष
अडानी समूह पर लगे इन आरोपों के बाद कंपनियों की साख पर असर पड़ा है। कम्पनी का सामना अपने निवेशकों और जनसमूह के विश्वास को बनाए रखने के लिए करना पड़ सकता है। इस मामले में आगे की जांच और अन्य खुलासे भविष्य की ग्रोथ को प्रभावित कर सकते हैं।