अभिषेक शर्मा बनाम हरिस रौफ़: एशिया कप 2025 सुपर फोर में गरम टकराव

अभिषेक शर्मा बनाम हरिस रौफ़: एशिया कप 2025 सुपर फोर में गरम टकराव
26 सितंबर 2025 Anand Prabhu

मैच की पृष्ठभूमि और टकराव की शुरुआत

दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में एशिया कप 2025 का सुपर फोर मैच भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया। दोनों टीमों के बीच का प्रतिद्वंद्विता हमेशा से ही तीव्र रही है, और इस बार भी हार्दिक संघर्ष की आशा थी। भारत ने अपना लक्ष्य 180 रन बनाना रखा था, जबकि पाकिस्तान ने 10वें ओवर तक 80-1 का लक्ष्य तय किया था। जैसे ही भारत ने अपना शॉट खेलना शुरू किया, पाँचवें ओवर में एक छोटा‑सा हादसा बड़ा मुद्दा बन गया।

हरिस रौफ़ ने तेज़ रफ़्तार पिचिंग के साथ शुबमन गिल को टारगेट किया। गिल ने रौफ़ की डिलीवरी पर एक जोरदार चौका मारते ही गेंद को सीमा पार देख लिया। इस चौके की आवाज़ के साथ ही, भारतीय गैर‑स्ट्राइकर अभिषेक शर्मा ने अपने गलीचे पर खड़े हुए रौफ़ की ओर तेज़ नजरें टेका। वह तुरंत रौफ़ के पास गया, उंगली दिखाते हुए और शब्दों का आदान‑प्रदान शुरू कर दिया।

रौफ़ ने भी बिना चोट खाए प्रतिक्रिया दी, आवाज़ में तीव्रता लाते हुए कहा कि वह इस तरह की थर्डिंग को बर्दाश्त नहीं करेगा। दोनों खिलाड़ियों की बॉडी लैंग्वेज में गुस्सा स्पष्ट था – तेज़ कदम, फड़कती आँखें और थोडा हाथ का इशारा। यह दृश्य भीड़भाड़ वाले स्टेडियम में तुरंत फ़ॉलो किया गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

अमैन और टीम की भूमिका, तथा बाद के प्रतिबिंब

अमैन और टीम की भूमिका, तथा बाद के प्रतिबिंब

स्थिति को देखते हुए, ऑन‑फ़ील्ड अंपायरों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और दोनों खिलाड़ियों को अलग‑अलग स्थान पर ले जाकर स्थिति को ठंडा किया। इस बीच, भारत की जल आपूर्ति करने वाले रिंकू सिंह ने शुबमन गिल को घटना स्थल से दूर खींच कर शांत करने का काम किया। उनके बिना शांति बहाल करना कठिन हो सकता था।

रौफ़ के साथ ही शहीन अफ़रीदी और अन्य पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बीच भी तनाव दिखा। कुछ रिपोर्टों में कहा गया कि अफ़रीदी ने रौफ़ की मदद की, और साथ ही कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भारतीय खिलाड़ियों की हरकतों पर कड़ी नज़र रखी। इस तालमेल ने मैच को और रंगीन बना दिया, और क्रिकेट पंडितों ने ट्विटर और इंस्टाग्राम पर इस पर बहस शुरू कर दी।

मैच के बाद, शहीन अफ़रीदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमारा काम क्रिकेट खेलना है, हम सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन हमारे लक्ष्य एशिया कप जीतना है।" उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि व्यक्तिगत भावनाओं को मैदान से बाहर रखना चाहिए। भारतीय कोच और कप्तान ने भी इस बिंदु पर टिप्पणी की, टीम का ध्यान जीत पर रहता है, लेकिन खिलाड़ियों को अनुशासन में रहना चाहिए।

भले ही भारत ने अंत में 10 रन से जीत पक्की की, लेकिन अभिषेक शर्मा और पाकिस्तानी पेसर के बीच का यह टकराव इस मैच के सबसे ज़्यादा चर्चा वाला भाग बन गया। सोशल मीडिया पर कई वीडियो क्लिप ने इस क्षण को कई लाखों व्यूज़ दिलाए, और दर्शकों ने गर्मजोशी से प्रश्न उठाया – क्या मैदान पर इस तरह के शब्द‑जुगर की अनुमति होनी चाहिए?

इसी बीच, इस घटना ने दो देशों के बीच के खेलकूद के भावनात्मक पहलू को फिर से उजागर किया। जब भावनाएँ ऊँची उड़ती हैं, तो छोटे‑छोटे इशारे भी बड़ा प्रभाव डालते हैं। यह याद रखता है कि अत्यधिक प्रतिस्पर्धा में भी सम्मान और शिष्टाचार का महत्व नहीं घटाया जा सकता।

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4 टिप्पणि

Gurjeet Chhabra
Gurjeet Chhabra सितंबर 26, 2025 AT 23:58

मैच की नज़र में सब कुछ तेज़ था और तब अभिषेक का गुस्सा साफ़ दिखा। वह रौफ़ की ओर सीधी नज़रें टाक रहा था और दोनों के बीच माहौल गरम हो गया। अंपायर ने तुरंत हस्तक्षेप किया और दोनों को अलग किया। इस तरह के छोटे‑छोटे इशारों से बड़ी समस्या हो सकती है। हमें खेल में शालीनता बनाए रखनी चाहिए।

AMRESH KUMAR
AMRESH KUMAR सितंबर 27, 2025 AT 00:01

अभिषेक की बेमिसाल जीत ने हमारी शान को और भी ऊँचा कर दिया! 🇮🇳

ritesh kumar
ritesh kumar सितंबर 27, 2025 AT 00:43

इस टकराव के पीछे गहरी साजिश है, मीडिया इसे दबा कर रख रहा है। रौफ़ का राग केवल खेल नहीं, यह एक रणनीतिक कदम है जो विपक्षी ताकत को कमजोर करने के लिए रखा गया था। ऐसे इंटरनैशनल मैचों में अक्सर बिन दावे के एजेंडे छिपे होते हैं। भारतीय टीम को इस तरह के खतरों को पहचानते हुए सावधानी बरतनी चाहिए।

Raja Rajan
Raja Rajan सितंबर 27, 2025 AT 01:33

कटुता से भरे शब्द जीत नहीं लाते, शांति से खेलना चाहिए। दोनों टीमों को अनुशासन में रहना चाहिए। अंपायर की कार्रवाई समय पर थी। यह घटना हमें याद दिलाती है कि प्रतिस्पर्धा में भी सम्मान आवश्यक है।

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