आईसीएआई सीए इंटर, फाइनल परिणाम 2024 घोषित: जानिए कैसे चेक करें, टॉपर्स, पास प्रतिशत और अधिक

आईसीएआई सीए इंटर, फाइनल परिणाम 2024 घोषित: जानिए कैसे चेक करें, टॉपर्स, पास प्रतिशत और अधिक
11 जुलाई 2024 Anand Prabhu

आईसीएआई सीए इंटर और फाइनल परिणाम 2024 घोषित

भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट संस्थान (आईसीएआई) ने मई 2024 में आयोजित रविवारुआवर्ती सीए फाइनल और इंटरमीडिएट परीक्षा परिणामों की घोषणा की है। यह परिणाम आईसीएआई की आधिकारिक वेबसाइटों icaiexam.icai.org, icai.org, और icai.nic.in पर उपलब्ध कराए गए हैं। परीक्षार्थियों को अपने परिणाम देखने के लिए रोल नंबर, पंजीकरण संख्या या पिन नंबर की आवश्यकता होगी।

परिणाम कैसे चेक करें

सीए फाइनल और इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम पेज पर, उम्मीदवारों को अपने रोल नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होती है। इसके बाद, वे अपने परिणामों को देख सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें डाउनलोड भी कर सकते हैं।

सीए इंटर और फाइनल के टॉपर्स

इस वर्ष, सीए फाइनल परीक्षा में दिल्ली के शिवम मिश्रा ने टॉप किया है, जिन्होंने 500 अंक और 83.33% स्कोर के साथ पहला स्थान प्राप्त किया है। इंटरमीडिएट परीक्षा के टॉपर्स में प्रथम रैंक पर कुशाग्र रॉय, द्वितीय रैंक पर युज सचिन करिया और योग्य ललित चंदक, और तृतीय रैंक पर मंजीत सिंह भाटिया और हिरेश काशीरामका हैं। फाइनल परीक्षा में शिवम मिश्रा के साथ ही द्वितीय रैंक पर वर्षा अरोड़ा और तृतीय रैंक पर किरण राजेंद्र सिंह मनराल और घिलमन सलीम अंसारी ने स्थान प्राप्त किया है।

पास प्रतिशत

सीए फाइनल ग्रुप I का पास प्रतिशत 27.35% है और ग्रुप II का 36.35% है। दोनों ग्रुप का कुल पास प्रतिशत 19.88% है।

अप्रेंटिसशिप और फाइनल परीक्षा

अप्रेंटिसशिप और फाइनल परीक्षा

जो उम्मीदवार सीए इंटर परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं, उन्हें तीन साल की आर्टिकलशिप (प्राक्टिस करने वाले सीए के अधीनकारी प्रशिक्षण) पूरी करनी होती है। आर्टिकलशिप पूरी करने के बाद ही वे सीए फाइनल परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।

सीए कोर्स की संरचना

सीए कोर्स तीन स्तरों में बँटा होता है: सीए फाउंडेशन, सीए इंटरमीडिएट और सीए फाइनल। प्रत्येक स्तर पर विशेष पेपरों की परीक्षा होती है और न्यूनतम 40% अंक प्रत्येक पेपर में और 50% कुल मिलाकर प्रत्येक ग्रुप में लाना आवश्यक होता है।

अर्थशास्त्र और करियर का रास्ता

सीए के रूप में करियर बनाना न केवल एक प्रतिष्ठित और सम्मानित पेशा है, बल्कि यह आर्थिक मामलों और व्यवसाय के क्षेत्र में गहरी दृष्टि प्रदान करता है। सीए बनने के बाद, उम्मीदवार विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं जैसे कि लेखा, ऑडिट, कराधान और परामर्श सेवाएं।

आईसीएआई की मजबूत संरचना और परीक्षा प्रणाली छात्रों को महत्वपूर्ण व्यावसायिक और कानूनी ज्ञान प्रदान करती है, जिससे वे विभिन्न कॉर्पोरेट जगत में अपनी पहचान बना सकते हैं। यह पेशा न केवल वित्तीय अनुशासन का शिक्षक है, बल्कि यह व्यावसायिक नैतिकता और सामाजिक जिम्मेदारी का भी प्रतीक है।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

आईसीएआई द्वारा घोषित किए गए सीए फाइनल और इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम न केवल छात्रों के मेहनत का प्रमाण है, बल्कि यह उनके उज्ज्वल भविष्य की भी बुनियाद है। टॉपर्स की चर्चा हो या पास प्रतिशत की, ये परिणाम न केवल शिक्षा की गुणवत्ता और कड़े मानदंडों को दर्शाते हैं, बल्कि छात्रों की मेहनत और लगन को भी उजागर करते हैं। परीक्षार्थियों के लिए यह समय गर्व और उत्साह का है, और उनके भविष्य की दिशा निर्देश करने का भी।

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11 टिप्पणि

Zoya Malik
Zoya Malik जुलाई 11, 2024 AT 20:46

इंटर और फाइनल के परिणाम देखकर लगता है कि तैयारी में काफी अंतर हो रहा है। टॉपर्स की ग्रेड्स देखते ही मन में सवाल उठता है कि कितना कठिनाई लेवल था। अगर सामान्य छात्रों ने इस प्रतिशत को पार किया तो यह उनके लिए बड़ा जीत है। लेकिन याद रखो, अंक ही सब नहीं, सच्ची समझ भी ज़रूरी है।

Ashutosh Kumar
Ashutosh Kumar जुलाई 11, 2024 AT 23:33

वाह! आखिरकार परिणाम घोषित हो गए और इस खबर ने पूरे देश में धूम मचा दी! दिल्ली के शिवम मिश्रा ने ऐसा धमाकेदार स्कोर बनाया जैसे कोई सुपरहीरो मैत्रीपूर्ण परीक्षा में आया हो! 500 अंक और 83.33% के साथ उन्होंने सबको चकित कर दिया! यह केवल व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि भविष्य के सीए aspirants के लिए एक मिसाल है! जब हम देखते हैं कि ग्रुप I का पास प्रतिशत सिर्फ 27.35% है, तो समझ आता है कि यह परीक्षा कितनी कड़ी है! लेकिन इस कठिनाई में भी कुछ छात्र ऐसे हैं जो चमकते हैं, और यही तो हमारे देश की असली ताकत है! अब बात आती है आर्टिकलशिप की, जहाँ इन टॉपर्स को अपने ज्ञान को वास्तविक दुनिया में लागू करना होगा! खुद को केवल किताबों तक सीमित न रखें, असली अनुभव हासिल करें! यह चरण ही है जहाँ आप अपनी क्षमताओं को परख सकते हैं और रियल वर्ल्ड में अपने आप को साबित कर सकते हैं! जिन छात्रों को फॉर्मल डिग्री के अलावा इंटर्नशिप का भी अवसर मिलता है, वे ही आगे की ओर तेज़ी से बढ़ते हैं! इस साल का पास प्रतिशत 19.88% कुल मिलाकर है, जो दर्शाता है कि कितनी मेहनत और लगन चाहिए इस मुकाम तक पहुँचने के लिए! हर वह व्यक्ति जिसने इस परीक्षा को पास किया है, उसे बधाई और आगे भी ऐसे ही चमकते रहना चाहिए! और हाँ, जो अभी भी तैयारी कर रहे हैं, उनका उत्साह कम नहीं होना चाहिए, क्योंकि एक ही मौका मिलते ही आप भी टॉपर बन सकते हैं! इस पोस्ट को पढ़ते हुए मैं खुद को प्रेरित महसूस कर रहा हूँ, और आशा करता हूँ कि हर कोई अपने लक्ष्य को हासिल करे! चलिए, इस सफलता को जश्न मनाते हैं और आगे के लिए और भी बेहतर बनते हैं! 🎉

Gurjeet Chhabra
Gurjeet Chhabra जुलाई 12, 2024 AT 02:20

बहुत बढ़िया, शाबाश!

AMRESH KUMAR
AMRESH KUMAR जुलाई 12, 2024 AT 05:06

देश के सबसे बड़े अकादमिक मंच ने फिर से हमारी बौद्धिक शक्ति को साबित किया है 😊! हमारे भारतीय छात्रों ने इस कठिन परीक्षा में धाकड़ प्रदर्शन किया है, जिससे विदेशी प्रतियोगी पीछे रह गए! यह परिणाम हमारे राष्ट्र की वित्तीय साक्षरता की शक्ति को दिखाता है, और हमें गर्व महसूस होना चाहिए! चलो इस सफलता को अपने-अपने बैठकों में चर्चा करें, ताकि हर युवा को प्रेरणा मिले! 🇮🇳

ritesh kumar
ritesh kumar जुलाई 12, 2024 AT 07:53

इन परिणामों को देखकर स्पष्ट हो जाता है कि कुछ बाहरी दबावों ने परीक्षा प्रणाली को भी प्रभावित किया है। वैधता के पीछे छिपे दुष्प्रचार को देख कर हमें सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि अक्सर उच्चस्तरीय मीटिंग्स में डेटा में हेरफेर की बातें सुनी जाती हैं। यदि हम इन सच्चाइयों को अनदेखा करेंगे तो हमारी राष्ट्रीय वित्तीय संरचना कमजोर पड़ सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि ICAI की निगरानी को पूरी तरह स्वतंत्र रखा जाए और कोई भी विदेशी एजेंसियों का हस्तक्षेप ना हो।

Raja Rajan
Raja Rajan जुलाई 12, 2024 AT 10:40

परिणामों में स्पष्ट है कि तैयारी में रणनीति की कमी है। टॉपर्स की तैयारी अलग स्तर की थी, जबकि अधिकांश छात्र वही सामग्री दोहरा रहे थे। इस तरह की असमानता को कम करने के लिए कोचिंग संस्थाओं को अधिक पारदर्शी होना चाहिए।

Atish Gupta
Atish Gupta जुलाई 12, 2024 AT 13:26

रखा गया बिंदु बिल्कुल सही है, लेकिन हमें यह भी समझना चाहिए कि प्रत्येक छात्र की सीखने की शैली अलग होती है, और कोचिंग की भूमिका सिर्फ सामग्री देना नहीं, बल्कि व्यक्तिगत मार्गदर्शन भी है। इस संदर्भ में, “डायनमिक लर्निंग एंजिन” जैसे नए मॉडलों को अपनाना आवश्यक हो सकता है, जिससे छात्र अपने कमजोर क्षेत्रों को तीव्रता से सुधार सकें। अंततः, सहयोगी वातावरण ही सफलता की कुंजी है, न कि केवल टॉपर्स की एक-तरफ़ा प्रशंसा।

Aanchal Talwar
Aanchal Talwar जुलाई 12, 2024 AT 16:13

मैं भी कहूँ तो सबको बधाइयाँ देनी चाहिए, बहुत मेहनत की है सबने।

Neha Shetty
Neha Shetty जुलाई 12, 2024 AT 19:00

बिल्कुल सही कहा तुमने, इस सफलता में हर एक की मेहनत की अहमियत है। टॉपर्स ने तो अपनी क्षमताओं को साबित किया है, पर बाकी सभी ने भी कभी हार नहीं मानी। जब हम परीक्षा परिणाम देखते हैं, तो सिर्फ अंकों पर नहीं, बल्कि सीखने की प्रक्रिया पर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि असली ज्ञान वही है जो जीवन में लागू हो सके। इस पोस्ट से हमें याद आता है कि कठिन चुनौतियों को पार करने के लिए दृढ़ संकल्प और निरंतर अभ्यास की जरूरत होती है। इसके साथ ही, एक supportive community बनाकर हम एक दूसरे को प्रोत्साहित कर सकते हैं। इसलिए, आगे भी हम सब मिलकर इस दिशा में कदम बढ़ाएँ और अपने लक्ष्य को हासिल करें। शुभकामनाएँ सभी को! 💪

Apu Mistry
Apu Mistry जुलाई 12, 2024 AT 21:46

जीवन का असली मापदंड सिर्फ अंक नहीं, बल्कि सीखने की गहराई है।

uday goud
uday goud जुलाई 13, 2024 AT 00:33

बहुत सुंदर बिंदु आपने उठाया, परंतु इसे गहराई से समझने के लिए हमें सांस्कृतिक संदर्भ भी जोड़ना चाहिए; उदाहरण के तौर पर, भारतीय परम्पराओं में “वित्तीय नैतिकता” को अत्यंत महत्व दिया गया है, इसलिए एक CA के रूप में न केवल तकनीकी ज्ञान, बल्कि नैतिक जिम्मेदारी भी अनिवार्य है। इस प्रकार, परीक्षा परिणाम सिर्फ आँकड़े नहीं, बल्कि हमारे समाज में वित्तीय जागरूकता के स्तर को दर्शाते हैं; इसे हम एक प्रेरणा के रूप में देख सकते हैं कि कैसे शिक्षा और नैतिकता का समन्वय समाज को सुदृढ़ बना सकता है।

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