25 जून 2024
ग़ुलबदीन नायब पर आरोप
टी20 विश्व कप के अहम मुकाबले में अफ़ग़ानिस्तान के खिलाड़ी ग़ुलबदीन नायब पर आरोप लगा है कि उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ मैच के दौरान समय बर्बाद करने के लिए चोट का नाटक किया। इस आरोप ने क्रिकेट जगत में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। मुकाबला बहुत ही महत्वपूर्ण था क्योंकि अफ़ग़ानिस्तान को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए जीत दर्ज करनी थी और यह जीत ऑस्ट्रेलिया को टूर्नामेंट से बाहर कर सकती थी।
मौका और मकसद
यह घटना तब घटी जब बांग्लादेश की टीम 12 ओवर में 81 रन पर सात विकेट खोकर संघर्ष कर रही थी। अफ़ग़ानिस्तान के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट ने खिलाड़ियों को खेल को धीमा करने की रणनीति अपनाने का निर्देश दिया था, खासकर जब बारिश होनी शुरू हो गई थी। इसी दौरान, ग़ुलबदीन नायब, जोकि स्लिप में फील्डिंग कर रहे थे, अचानक जमीन पर गिर गए और अपने पैर को पकड़े रखा, जिससे ऐसा लगा जैसे उन्होंने अपनी हैमस्ट्रिंग में चोट लगा ली हो।
इस घटना के बाद खेल को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा और खिलाड़ियों को मैदान छोड़ना पड़ा। बारिश के कारण खेल में एक ओवर कम कर दिया गया और बांग्लादेश के लक्ष्य को 114 रन कर दिया गया। यह संशोधन अफ़ग़ानिस्तान के पक्ष में गया और अंततः उन्होंने डकवर्थ-लुइस-स्टर्न (DLS) पद्धति के आधार पर आठ रन से जीत दर्ज की।
विवाद और आलोचना
इस जीत के बाद विवाद बढ़ गया और ग़ुलबदीन नायब की हरकत को गैर-खेल भावना का उदाहरण बताया गया। न्यूज़ीलैंड के पूर्व गेंदबाज साइमन डौल और ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर एडम ज़म्पा ने नायब के इस कृत्य की कड़ी आलोचना की और इसे 'रैनस्ट्रिंग' के रूप में टैग किया।
नायब के चोट का नाटक करने की आलोचना करते हुए डौल ने कहा कि यह व्यवहार न केवल उनके बल्कि क्रिकेट की भी प्रतिष्ठा को धक्का पहुंचा सकता है। इसी तरह, ज़म्पा ने भी नायब की इस कृत्य को शर्मनाक बताया और कहा कि इस तरह की हरकतें खेल भावना के अनुरूप नहीं होतीं।
अफ़ग़ानिस्तान की उपलब्धि
हालांकि आलोचना के बावजूद, इस जीत ने अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित किया। टीम इस जीत के साथ सेमीफाइनल में पहुंच गई, जहां उनकी टक्कर दक्षिण अफ्रीका से होगी। इस उपलब्धि ने अफ़ग़ानिस्तान को प्रेरणा दी है और टीम के प्रदर्शन को सराहनीय बनाया है।
दूसरी तरफ, ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में इस हार ने उनकी विश्व कप की उम्मीदों को समाप्त कर दिया है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रशंसक और पूर्व खिलाड़ी इस परिणाम से नाखुश हैं और इस ने भविष्य के लिए टीम के प्रदर्शन को सुधारने की नसीहत दी है।
अंतिम निष्कर्ष
इस घटना ने यह स्पष्ट किया कि खेल में प्रतियोगियों के बीच केवल कौशल और मेहनत ही नहीं, बल्कि अनैतिक व्यवहार और रणनीतिक चालें भी भूमिका निभाती हैं। खेल भावना को बनाए रखना और उसे सर्वोपरी रखना खिलाड़ी के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे समय में जबकि क्रिकेट जगत इस विवाद से जूझ रहा है, यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर आगे क्या कदम उठाए जाएंगे और उनके क्या प्रभाव होंगे।