13 जून 2024
ओडिशा के पहले भाजपा मुख्यमंत्री: मोहान चरन माझी का सफरनामा
ओडिशा के राजनीति परिदृश्य में एक नया अध्याय तब लिखा गया जब चार बार विधायक और संताली जनजाति के सदस्य, मोहान चरन माझी, राज्य के पहले भाजपा मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए। माझी का चयन एक लंबे समय से चल रही भाजपा की सत्ता में आने की महत्वाकांक्षा का परिपूर्णता है, जो लगभग चार दशक से चल रही थी।
एक छोटे गांव से मुख्यमंत्री बनने तक की यात्रा
राइकल गाँव, जो ओडिशा के खनिज समृद्ध केओंझर जिले में स्थित है, वही स्थान है जहां से माझी की कहानी शुरू होती है। मेरा जन्म और पालन-पोषण इस अद्वितीय गांव में हुआ था, जो खनिज संपन्निकियताओं के लिए जाना जाता है। अपने शुरुआती जीवन में, माझी एक शिक्षक के रूप में कार्यरत थे और तत्पश्चात स्थानीय पंचायत के सरपंच भी बने।
माझी की शिक्षा की पृष्ठभूमि भी बेहद प्रेरणादायक है। उन्होंने कानून की डिग्री के साथ-साथ कला में मास्टर डिग्री प्राप्त की है। 2000 में पहली बार विधानसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद, वह लगातार राजनीतिक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहे। हालांकि, 2009 और 2014 में उनकी हार भी हुई, लेकिन इन्होंने हार नहीं मानी और 2019 में फिर से विधानसभा में स्थान प्राप्त किया।
विधानसभा में माझी की प्रभावशाली उपस्थिति
माझी न केवल एक सामान्य विधायक रहे हैं, बल्कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयक प्रस्तुत किए हैं। इनमें से कुछ प्रमुख विधेयक हैं: ओडिशा व्हिसल ब्लोवर्स प्रोटेक्शन बिल, 2020; ओडिशा महिला ग्राम सभा बिल, 2021; और ओडिशा जमीन जल संरक्षण एवं प्रबंधन बिल, 2023।
इसके अलावा, माझी ने सरकारी सेवाओं में एक तिहाई आरक्षण के लिए भी विधेयक प्रस्तुत किया, जिससे राज्य के स्कूल के छात्रों को रोजगार पाने का अवसर प्राप्त हो सके। उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए अन्य विधेयक भी सामाजिक न्याय और विकास पर केंद्रित थे।
भ्रष्टाचार और मिनरल फंड की अनियमितताओं का विरोध
माझी ने अपने राजनीतिक करियर में हमेशा आदिवासी समुदाय के हितों के लिए आवाज उठाई है। उन्होंने खनन क्षेत्र में भ्रष्टाचार और जिला खनिज फाउंडेशन के अंतर्गत बड़ी धनराशि के दुरुपयोग पर सक्रियता से ध्यान दिया है। उनके यह कदम न केवल उनके अपने समुदाय के लिए बल्कि पूरे राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं।
जनता के बीच माझी की लोकप्रियता
माझी की सफलता का एक बड़ा कारण उनकी जनता के प्रति प्रतिबद्धता है। वह हमेशा गांवों में सभी कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेते रहे हैं और लोगों के साथ संवेदना दिखाते रहे हैं। उनके लगातार चार बार विधायक चुने जाने का श्रेय भी उन्हीं के लोगों के प्रति सेवा भावना को जाता है।
भविष्य की योजनाएँ और चुनौतियाँ
मुख्यमंत्री के रूप में, माझी के समक्ष कई महत्वपूर्ण चुनौतियाँ होंगी। राज्य के समग्र विकास के साथ-साथ आदिवासी क्षेत्रों के विकास और उनके अधिकारों की रक्षा करना एक बड़ी जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा, खनन क्षेत्र में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त शासन सुनिश्चित करना भी एक प्राथमिकता होगी।
अंततः, ओडिशा के इतिहास में मोदी चरन माझी का नाम ना केवल उनके पद के कारण, बल्कि उनकी जनता व सेवा भावना के लिए भी याद किया जाएगा।