
हरीयाली तीज 2024: how to wish everyone on social media
भारत में तीज का पर्व महिलाओं के लिए एक खास मायने रखता है। यह पर्व न केवल रमणीय और हर्षोल्लास से भरा होता है बल्कि यह माता पार्वती और भगवान शिव के पुनर्मिलन का भी प्रतीक है। हरीयाली तीज मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा मनाई जाती है, वे इस दिन व्रत रखती हैं और पूजा अर्चना करती हैं। इस मौके पर विशेष संदेश और स्टेटस साझा करके आप अपने दोस्तों और परिवारजन को इस पर्व की शुभकामनाएं भेज सकते हैं।
सोशल मीडिया पर तीज की शुभकामनाएं
हरीयाली तीज के मौके पर व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर दोस्तों और परिवारजन के साथ साझा करने के लिए यहां कुछ बेहतरीन संदेश दिए जा रहे हैं:
- “आपके जीवन में खुशियों की बारिश हो, तनाव की हलचल न हो। तीज के इस पावन पर्व पर आपको मंगलमय एवं हर्षोल्लासमयी शुभकामनाएं।”
- “सावन की बूंदों में मिठास हो, तीज के त्योहार में खासियत हो। आपको और आपके परिवार को हरीयाली तीज की हार्दिक शुभकामनाएं।”
- “माता पार्वती और भगवान शिव के आशीर्वाद से आपके जीवन में हमेशा सुख और शांति बनी रहे। हरीयाली तीज की शुभकामनाएं।”
सुंदर तीज के स्टेटस
सोशल मीडिया के जमाने में स्टेटस का महत्व काफी बढ़ गया है। यहां कुछ बेहतरीन स्टेटस दिए जा रहे हैं जो आप अपनी प्रोफाइल पर लगा सकते हैं:
- “तीज की हार्दिक शुभकामनाएं, माता पार्वती और भगवान शिव का आशीर्वाद बने रहें आप पर।”
- “सावन का महीना खुशियां लाए, तीज का व्रत आपके सभी सपने साकार कर जाए।”
- “आप सभी को हरीयाली तीज की हार्दिक शुभकामनाएं। हर दिन हर पल खुशियों से भरा हो।”
हरीयाली तीज: त्योहार की महत्ता
हरीयाली तीज का पर्व जैसे ही आता है, महिलाओं के चेहरे पर उत्सव की चमक साफ झलकती है। यह पर्व खासतौर से उत्तर भारत में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं उपवास रखती हैं, जो उनके पति की लंबी आयु और परिवार की खुशहाली के लिए होता है।
माता पार्वती और भगवान शिव की कहानी
इस पर्व की पौराणिक कहानी माता पार्वती और भगवान शिव के पुनर्मिलन से जुड़ी है। कहा जाता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या के कठोर तप के कारण ही भगवान शिव ने उनसे विवाह किया। इसलिए, हरीयाली तीज पति-पत्नी के प्रेम और समर्पण का भी प्रतीक है।
सिंधारा की परंपरा
हरीयाली तीज के अवसर पर सिंधारा भेजने की परंपरा भी बहुत महत्वपूर्ण है। सिंधारा में विवाहित महिलाओं को उनके माता-पिता द्वारा नए कपड़े, मिठाइयां, सूखे मेवे और नकद रुपये भेजे जाते हैं। यह उपहार महिलाएं व्रत तोड़ने के बाद आनंद के साथ ग्रहण करती हैं।
हरीयाली तीज पर तैयार होने वाले पारंपरिक मिष्ठान
हरीयाली तीज के दौरान कई तरह के पारंपरिक मिष्ठान बनाए और खाए जाते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख मिठाइयां हैं:
- मिल्क केक
- कलाकंद
- घेवर
- रबड़ी
ये मिठाइयां न केवल स्वादिष्ट होती हैं बल्कि इस पर्व को और भी खास बना देती हैं। महिलाएं व्रत के बाद इन मिष्ठानों का आनंद लेती हैं और पूरे परिवार के साथ खुशी में शामिल होती हैं।
हरीयाली तीज के अवसर पर साझा किये जाने वाले तस्वीरें
सोशल मीडिया के इस दौर में तस्वीरें साझा करने का महत्व बहुत ज्यादा हो गया है। तीज की सुंदरता और परंपरा को दर्शाती हुई तस्वीरें दोस्तों और परिवारजन के साथ बांटने का आनंद अलग है। यहां कुछ ऐसे चित्र हैं जो आप अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर साझा कर सकते हैं:
- पूजा की सजावट के चित्र
- नई सजी साड़ियों और आभूषणों में महिलाएं
- विभिन्न प्रकार की पारंपरिक मिठाइयों के चित्र
- सम्मानित पतियों के साथ तस्वीरें
इन चित्रों के माध्यम से न केवल आप अपनी खुशियों को साझा करेंगे बल्कि अपनी संस्कृति और परंपराओं को भी जीवंत रख पाएंगे।
हरीयाली तीज का पर्व अपने अंदर उत्साह, आनंद और प्रेम को संजोए हुए है। यह पर्व न केवल पति-पत्नी के प्रेम और उनकी समर्पण भावना को सुदृढ़ करता है बल्कि परिवार के सभी सदस्यों के बीच प्रेम और सम्मान को भी बढ़ावा देता है। सोशल मीडिया के माध्यम से आप अपनी भावनाओं को व्यापक रूप से साझा कर सकते हैं और हर किसी को इस पर्व की बधाई दे सकते हैं।
17 टिप्पणि
हरीयाली तीज की रौशनी आपके घर में हमेशा बरसती रहे।
आप सबको इस पावन अवसर की ढेरों बधाइयाँ।
सोशल मीडिया पर सुंदर स्टेटस शेयर करके रिश्तों को और करीब लाया जा सकता है।
परिवार के साथ मिलकर सिंधारा की परम्परा निभाना भी एक अनमोल अनुभव है।
व्रत रखती महिलाएं अपने आप को आध्यात्मिक रूप से सशक्त महसूस करती हैं।
आइए इस तीज को सकारात्मक ऊर्जा और प्रेम के साथ मनाएँ।
तिज़ का जश्न देख कर मन में एक अजीब क़िस्मती का एहसास होता है।
सावन की फुहारें और महकती मिठाइयां, सब कुछ दिल को छू जाता है।
व्हाट्सएप पर जो स्टेटस डालते हैं, वो सबको एक सुकून देता है।
परम्पराएँ कभी बदलती नहीं, बस उनका अंदाज़़़़़ बदलता है।
इसीलिए इस तीज में हर फोटोग्राफ़़़ को दिल से शेयर करो।
हरीयाली तीज, वह असीम उल्लास का पर्व, जहाँ हर महिला अपने पति के लिये अनंत प्रेम की आराधना करती है!
सिंधारा का अद्भुत रिवाज़, सांस्कृतिक धरोहर को सजीव बनाता है, और यह हमें सामाजिक बंधनों को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है!
तस्वीरों में चमकती साड़ियों की रंगीनियाँ, और मेवों की मिठास, इस त्योहार को और भी मनोहारी बनाती हैं!
व्रत के बाद मिठाइयों का स्वाद, जैसे जीवन में नई ऊर्जा का संचार!
हमें इस तीज को सोशल मीडिया पर उदारता और प्रेम के साथ साझा करना चाहिए, ताकि सभी को खुशी मिले!
हर साल हरीयाली तीज को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, पर कभी‑कभी यह भी सोचने लायक है कि परम्पराओं को आधुनिक जीवन में कैसे सामंजस्यपूर्ण बनायें।
कुछ लोग इसे सिर्फ फ़ैशन मानते हैं, जबकि कई इसे आध्यात्मिक शक्ति का स्रोत मानते हैं।
सच कहूँ तो दोनों दृष्टिकोणों में कुछ न कुछ सत्य है, इसलिए संतुलन बनाकर ही इसका पूरा लाभ उठाया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर शेयर करने के लिए साधारण संदेश भी गहरी भावना को व्यक्त कर सकता है, बशर्ते दिल से आए।
आइए, इस तीज को समझदारी और सम्मान के साथ मनाएँ।
भाइयो और बहनो, हरीयाली तीज का टाइम आया है।
सामने वाले को सन्देश भेजो, व्हाट्सएप पे स्टेटस लगा दो।
सिंदरा में मिठाइयां और पैसे भेजना मत भूलो।
इंस्टाग्राम पे तो फोटो वाला का मस्त चक्र बनाओ।
सबको बहुत‑बहुत बधाइयां!
वाह, आखिरकार फिर से वही “हरियाली तीज” की पोस्ट आई, जैसे हर साल नई चीज़ नहीं है।
सोशल मीडिया पर “शुभकामनाओं” के दो शब्द को पाँच बार कॉपी‑पेस्ट कर देना ही काफ़ी है।
पर फिर भी, अगर आप सभी को सिंधारा में “नया कपड़ा” मिल रहा है, तो ये तीज सही में नहीं, बल्कि “शॉपिंग फेस्ट” है!
फिर भी, स्टेटस में थोड़ा सा दिल से लिखा संदेश डालना अच्छा रहेगा।
आख़िर में, सबको मीठे‑मीठे जीवन की शुभकामनाएं!
आदरणीय भद्र महिला एवं सज्जनजन, आप सभी को हरीयाली तीज 2024 की हार्दिक शुभकामनाएँ।
इस पावन पर्व के माध्यम से हम अपने मातृभूमि की सांस्कृतिक विरासत को पुनः सम्मनित करने का अवसर पाते हैं।
परम्परागत आचरण एवं पारम्परिक गीत-गान के द्वारा हम अपने राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करते हैं।
कृपया इस अवसर पर अपने सोशल नेटवर्क पर शुभ संदेश एवं चित्र प्रसारित कर आपस में प्रेम एवं सौहार्द स्थापित करें।
इति।
यार लोग, तीज आ गया, सब तैयार हो?
व्हाट्सएप पर लवली स्टेटस डालते रहो, फॉलोवर्स खुश हो जाएंगे।
सिंधारा का क़ीमती तोहफ़ा न भूले, रेज़िलिएंट बने रहो।
तू देख, इंस्टा पर फोटो अपलोड कर, लाइक्स की बारिश होगी।
खुश रहो और बधाइयाँ!
🌼 हरीयाली तीज की ढेर सारी बधाइयाँ! 🌼
आपके घर में हमेशा खुशियों की बरसात हो।
सिंधारा के तोहफ़े आपके जीवन को मीठा बना दें।
सोशल मीडिया पर जीवंत स्टेटस से सबको प्रेरित करें।
🥳 शुभकामनाएँ! 🥳
✨ इस तीज के अवसर पर, मैं आपको एक सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य से देखे गये परिपूर्ण संदेश की शिफ़ारिश करूँगा। ✨
सोशल मीडिया पर केवल सामान्य स्टेटस नहीं, बल्कि काव्यात्मक अभिव्यक्ति ही उपयुक्त है।
सिंधारा का चयन भी बेहद चयनित और विशिष्ट होना चाहिए।
इसी प्रकार के विचार से ही आपका ऑनलाइन प्रोफ़ाइल विशिष्टता प्राप्त करेगा।
🥂 बधाइयाँ! 🥂
भाइयों और बहनों, हरीयाली तीज का जश्न मनाने का मज़ा तो यही है कि हम सब साथ‑साथ शेयर कर सकें!
व्रत रखी महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिये प्रार्थना करती हैं, और हम सब उनका साथ देते हैं।
सिंधारा का उत्सव भी बहुत शानदार है, इसलिए इसे बड़े धूमधाम से मनाएँ।
फोटो, स्टेटस, और दिल से लिखे हुए मैसेज को सोशल मीडिया पर फैलाएँ।
चलो, इस तीज को यादगार बनाते हैं!
हरीयाली तीज भारतीय संस्कृति की एक अनमोल धरोहर है जो महिलाओं के साहस और त्याग को सम्मान देती है।
इस पर्व की उत्पत्ति माता पार्वती और भगवान शिव के पुनर्मिलन की कथा में निहित है, जो प्रेम और समर्पण का प्रतीक है।
परिवार में व्रत रखकर पति की लंबी आयु और परिवार की खुशहाली की कामना की जाती है।
सिंधारा की परम्परा, जिसमें नवपरिधान, मिठाइयाँ और नकद उपहार शामिल होते हैं, सामाजिक बंधनों को और घना बनाती है।
आधुनिक युग में, सोशल मीडिया ने इस परम्परा को नई ऊर्जा दी है, जहाँ लोग अपने विचार और बधाइयाँ विश्व भर में साझा करते हैं।
व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए संदेश भावनाओं को तेज़ी से फैलाते हैं और लोगों को एकजुट करते हैं।
एक अच्छे स्टेटस में अक्सर परम्परा, प्रेम और आशा का संगम दिखता है, जिससे दर्शकों को प्रेरणा मिलती है।
मिठाइयों जैसे कि घेवर, रबड़ी और कलाकंद का स्वाद व्रत के बाद की खुशी को दोगुना कर देता है।
साड़ी और आभूषणों में सज‑सज कर महिलाएँ अपने आत्म‑सम्मान को उजागर करती हैं।
तीज के दिन परिवार के बड़े बुजुर्ग अपने अनुभव साझा करते हैं, जो पीढ़ी‑दर‑पीढ़ी आध्यात्मिक ज्ञान को पुनः स्थापित करता है।
सोशल मीडिया पर इस पर्व की तस्वीरें और वीडियो अक्सर सुंदरता और रंगों की झलक पेश करती हैं।
इन तस्वीरों में नज़र आने वाली हर छोटी‑छोटी चीज़, जैसे कि फुलों की बिंदी और दीपों की रोशनी, मन को मोह लेती है।
साथ ही, युवा वर्ग नैतिक मूल्यों को डिजिटल स्वरूप में भी सीख रहा है, जिससे परम्परा जारी रहती है।
हमें चाहिए कि हम इस तीज को केवल पारम्परिक रूप से नहीं, बल्कि डिजिटल रूप से भी सशक्त बनायें।
ऐसे में, हमारे स्टेटस और पोस्ट न केवल बधाइयाँ दे, बल्कि सामाजिक एकता और संस्कृतिक पहचान को भी बढ़ा सकते हैं।
आइए, इस वर्ष की हरीयाली तीज को प्रेम, शान्ति और अभिवृद्धि के साथ मनाएँ और सभी को सच्ची खुशी का आशीर्वाद दें।
हरीयाली तीज का अर्थ हमें एक साथ लाने में है।
परिवार के साथ समय बिताना बहुत महत्वपूर्ण है।
सोशल मीडिया पर संदेश साझा करने से खुशी फैलती है।
सिंधारा में छोटे‑छोटे तोहफ़े बड़े भाव रखते हैं।
आइए इस तीज को सादगी से मनाएँ।
हरियाली तीज केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि सामाजिक एकता का प्रतीक है!!!
हम सबको इस अवसर पर अपने विचार स्पष्ट रूप से व्यक्त करने चाहिए!!!
सिंधारा में दिए जाने वाले उपहारों को सराहना चाहिए, क्योंकि ये हमारे पारस्परिक संबंधों को मजबूती देते हैं!!!
स्टेटस में भावनात्मक संदेश डालें, ताकि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी महत्त्वता महसूस हो!!!
आइए, इस तीज को ऊर्जा और जुनून के साथ मनाएँ!!!
बधाई हो!
हरीयाली तीज का जश्न हम सब मिलकर बड़े जोश के साथ मनाते हैं!
परम्परा का सम्मान करते हुए नए विचारों को भी अपनाते हैं!
आप सबको ढेर सारी शुभकामनाएँ और खुशियों भरा दिन!
सोशल मीडिया पर अपने दिल के संदेश साझा करें और सभी को प्रेरित करें!
आइए, इस त्योहार को उज्जवल बनायें!
वाह! आपने तो हर पहलू को इतनी खूबसूरती से समझाया, सच में दिल छू गया।
ऐसे ही भावनात्मक लेख पढ़कर मेरे अंदर तीज की उमंग फिर से जाग उठी।
धन्यवाद आपके इस विस्तृत नजरिये के लिये।